कई विभाग मिलकर करेंगेजिले से फाइलेरिया उन्मूलन

शिक्षक, धर्मगुरु, कोटेदार, ग्राम प्रधान व जन प्रतिनिधि भी बनेंगे सहायक
जौनपुर, । जनपद में 10 फरवरी से चलने वाले मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) अभियान के लिए एक साथ कई विभाग मिलकर फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में सहयोग देंगे। अभियान की सफलता के लिए रणनीति तय करने को स्वास्थ्य विभाग, सहयोगी संस्थाओं के साथ ही अन्य विभागों के साथ बैठक करके उनकी जिम्मेदारियां स्पष्ट करने के लिए विचार-विमर्श कर रहा है।
नोडल अधिकारी व अपर मुख्य चिकित्साधिकारी (एसीएमओ) डॉ एसपी मिश्रा ने बताया कि एमडीए अभियान के सफलतापूर्वक संचालन के लिए जोरों से तैयारियां चल रही हैं । हाल ही में जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में सभी विभागों के समन्वय समिति की बैठक के जरिये अभियान के संबंध में उनकी जिम्मेदारियों से अवगत कराया। उन्होंने राष्ट्रीय आजीविका मिशन को अभियान को गति देने के लिए समूह सखियों की भागीदारी सुनिश्चित करने की बात कही। समूह सखी समूहों की फाइलेरिया सत्र की बैठक लेंगी जिसमें फाइलेरिया के बारे में लोगों को जागरूक किया जाएगा। जिन गांवों में समूह चलते हैं वहां अभियान के संबंध में जागरूकता फैलाएंगी। जिला पंचायत राज अधिकारी अभियान के दौरान ग्राम प्रधान और वार्ड सदस्यों का सहयोग लेंगे। इनके माध्यम से अभियान के दौरान लोगों को दी जाने डीईसी और एलबेंडाजोल टैबलेट का सेवन करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। मुनादी और जागरूकता बैठकों के माध्यम से अभियान का उद्घाटन आदि कार्य कराएंगे।
इसके साथ ही मस्जिदों व तालीम देने वाले केंद्रों के माध्यम से अल्पसंख्यक अधिकारी बच्चों को दवा सेवन के लिए जागरूक करेंगे। जुमे के दिन शुक्रवार को अजान से पहले लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा खाने से संबंधित घोषणा करवाएंगे। शिक्षा विभाग स्कूलों में शिक्षकों के माध्यम से बच्चों को फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन करने के लिए प्रोत्साहित करने को शपथ ग्रहण कराएंगे। निबंध, दौड़ आदि प्रतियोगिताओं से स्कूलों में दवा खाने के प्रति जागरूकता लाई जाएगी। वहीं राशन वितरण के दौरान जिला आपूर्ति अधिकारी राशन डीलरों और कोटेदारों के माध्यम से लोगों को एमडीए अभियान के बारे में बताएंगे और स्वास्थ्यकर्मियों के सामने दवा खाने के लिए प्रेरित करेंगे। जहां ग्रामीण दवा खाने से मना करेंगे विभाग के लोग उन्हें दवा खाने के लिए प्रेरित करेंगे। अभियान के प्रारंभ के दिन डुगडुगी घोषणा के माध्यम से गांव वालों को बताएंगे। राशन डीलर अपनी दुकानों के सामने पोस्टर बैनर आदि चस्पा भी करेंगे।
नोडल अधिकारी ने बताया कि ब्लाक स्तर पर होने वाली बाल विकास परियोजना अधिकारियों की बैठक में बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग (आईसीडीएस) जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) के माध्यम से अभियान की गतिविधियों के बारे में बताया जाएगा । डीपीओ जिला एवं ब्लॉक स्तर के सभी व्हाट्सएप ग्रुप में फाइलेरिया से बचाव के बारे में वीडियो के माध्यम से जानकारी साझा करेंगे जिससे लोगों में फाइलेरिया से बचाव के लिए दवा सेवन के प्रति जागरूकता आए। बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं सेक्टर सुपरवाइजर मासिक बैठक के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अभियान में सहयोग देने के लिए निर्देशित करेंगे। अभियान से पहले आंगनबाड़ी कार्यकर्ता डीईसी और एलबेंडाजोल की दवा का सेवन करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे जिससे दवा सेवन से कोई वंचित न रहे। उन्होने कहा कि फाइलेरिया से बचने के लिए हर साल चलने वाले एमडीए राउंड के दौरान दवा का सेवन अवश्य करें। इस दवा का सेवन दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती और अति गंभीर बीमार को छोड़कर सभी को करना है। लगातार पांच वर्षों तक साल में एक बार दवा खाने से इस बीमारी के होने से रोकने या नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
