November 17, 2025

आपातकालीन सेवाएं सुदृढ़ करने को चिकित्सा महाविद्यालय की पड़ताल

Share

निरीक्षण
-एम्स और डब्ल्यूएचओ की संयुक्त टीम ने इमरजेंसी, मेडिसिन, सर्जिकल वार्ड के बारे में ली जानकारी
-सतत संजीवनी कार्यक्रम के तहत उपलब्ध संसाधनों तथा मानव संसाधन से कार्य क्षमता बढ़ाने का प्रयास

जौनपुर, 26 मार्च 2023। आल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) नई दिल्ली तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की संयुक्त आब्जर्वर टीम ने शनिवार देर शाम उमानाथ सिंह स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल परिसर तथा जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। टीम ने कोलैबोरेटिंग सेंटर फॉर इमरजेंसी एंड ट्रामा (सीसैट) की मंशा के अनुरूप आपातकालीन विभाग के सुदृढ़ीकरण के लिए जांच-पड़ताल की।
टीम के प्रभारी जगदीश चंद्र ने इमरजेंसी विभाग, मेडिसिन वार्ड, सर्जिकल वार्ड, ब्लड बैंक एवं अन्य विभागों की जांच की। मौजूद चिकित्सक, फार्मासिस्ट, नर्स और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से भी बात की। उन्होंने लोगों को “सतत संजीवनी” कार्यक्रम के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि यह विश्व स्वास्थ्य संगठन, कोलैबोरेटिंग सेंटर फॉर एमरजैंसी एंड ट्रामा, एम्स नई दिल्ली के दिशा-निर्देशानुसार प्रदेश सरकार की ओर से चलाया जा रहा है। कार्यक्रम के तहत प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी विभाग को सुदृढ़ किया जा रहा है। उपलब्ध संसाधनों एवं मानव संसाधन के माध्यम से इमरजेंसी विभाग की कार्य क्षमता बढ़ाई जा रही है जिससे इमरजेंसी और ट्रामा रोगियों की जान बचाई जा सके। डॉ एए जाफरी ने बताया की उमानाथ सिंह स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय में अभी इंडोर सेवाएं नहीं शुरू हो पाई हैं। जल्द ही शुरू हो जाएंगी। इसके तहत इमरजेंसी विभाग भी शुरू किया जाएगा। इमरजेंसी विभाग में इमरजेंसी मेडिसिन डिपार्टमेंट के संकाय सदस्य तथा सीनियर और जूनियर रेजिडेंट भेजे जाएंगे जिससे इमरजेंसी विभाग सुचारू रूप से कार्य कर सके। साथ ही जिला चिकित्सालय पर अतिरिक्त मरीजों का बोझ कुछ कम हो सके।
निरीक्षण के दौरान उमानाथ सिंह राज्य चिकित्सा महाविद्यालय जौनपुर के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एए जाफरी ने टीम को जांच में सहयोग दिया। टीम के प्रभारी जगदीश चंद्र के साथ चिकित्सा महाविद्यालय के सदस्य तथा जिला चिकित्सालय के लोग मौजूद रहे।

About Author