कैंसर पर जागरूकता के लिए निकाली रैली

विश्व कैंसर दिवस
-हर मिनट विश्व में 17 लोगों की कैंसर से मौत,
भारत में हर वर्ष 17 लाख से अधिक नए मरीज: सीएमओ
-रैली और गोष्ठी के माध्यम से कैंसर की पहचान तथा बचाव के बारे में दी गई जानकारी
जौनपुर, 04 फरवरी 2023
विश्व कैंसर दिवस पर शनिवार को टीबी हास्पिटल परिसर से कैंसर जागरूकता के लिए रैली निकाली गई। रैली को मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ लक्ष्मी सिंह, गैर संचारी रोग (एनसीडी) के नोडल अधिकारी एसीएमओ डॉ राजीव कुमार, एसीएमओ डॉ एसपी मिश्रा, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ नरेन्द्र सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी भानु प्रताप सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) सत्यव्रत त्रिपाठी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रैली अंबेडकर तिराहा होते हुए टीबी हास्पिटल परिसर में आकर समाप्त हुई जिसमें कुंवर हरिवंश सिंह पैरामेडिकल कालेज के छात्र-छात्राओं तथा स्वास्थ्य विभाग के लोगों ने भाग लिया।
इसी क्रम में सीएमओ कार्यालय सभागार में गोष्ठी भी हुई जिसमें सीएमओ डॉ लक्ष्मी सिंह ने बताया कि हर वर्ष चार फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। विश्व में हर मिनट में 17 लोगों की कैंसर के कारण मौत हो रही है। भारत में हर वर्ष 17 से 18 लाख कैंसर के नए मरीज मिल रहे हैं। डॉ राजीव कुमार ने बताया कि पुरुषों में सबसे ज्यादा फेफड़े और प्रोटेस्ट कैंसर के मरीज पाए जाते हैं। इस बार के कैंसर दिवस की थीम ‘क्लोज द केयर गैप’ है। कैंसर मुक्त विश्व के लिए हर व्यक्ति को शपथ लेनी होगी। कुछ वर्ष पहले तक कैंसर को लाइलाज माना जाता था। हाल के वर्षों में कैंसर उपचार की दिशा में क्रांतिकारी शोध हुए हैं। समय रहते पहचान हो जाने पर कैंसर का इलाज संभव है। उन्होंने पुरुषों और महिलाओं में होने वाले कैंसर की पहचान का तरीका बताया। उन्होंने बताया कि मुंह में घाव या छाला जल्दी ठीक न हो, मुंह में गिल्टी हो जो अचानक बढ़ने लगे, मुंह पूरा न खुल पाना आदि कैंसर के कारण हैं। महिलाओं के स्तन में गिल्टी का होना, स्तन में पानी या खून बहना, स्तन के आकार में बदलाव होना स्तन कैंसर की पहचान का आसान तरीका है। माहवारी की उम्र पार करने के बाद असामान्य रूप से खून का बहना, संबंध बनाने के बाद खून का बहना, असमय माहवारी का आना भी कैंसर संभावित होने का संकेत है।
जिला चिकित्सालय के फिजीशियन डॉ केके पांडे ने तम्बाकू या उससे बने उत्पाद जैसे सिगरेट आदि के लंबे समय तक सेवन को मुंह और फेफड़े के कैंसर के लिए जिम्मेदार बताया। उन्होंने बताया कि लंबे समय तक अल्कोहल सेवन से यकृत कैंसर सहित कई अन्य अंगों के कैंसर की आशंका बढ़ती है। आनुवंशिक दोष भी कैंसर के खतरे को काफी बढ़ा देते हैं। इसमें स्तन कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा होता है। ज्यादा समय तक पराबैगनी किरणों (अल्ट्रा वायलेट रेज) के सम्पर्क में रहने से कैंसर का खतरा बढ़ता है। मोटापा भी कैंसर के खतरे को बढ़ाता है। त्वचा के नीचे गांठ का महसूस होना, शरीर का वजन अचानक से कम या ज्यादा हो जाना, त्वचा पर जल्दी निशान पड़ जाना, निगलने में कठिनाई होना, जोड़ों व मांसपेशियों में दर्द रहना, थकान व कमजोरी महसूस होना, पेट में लगातार दर्द होना आदि कैंसर के प्रमुख लक्षण हैं। उन्होंने कैंसर से के बचाव के लिए धूम्रपान नहीं करने, शराब का सेवन नहीं करने, आहार में अधिक वसा नहीं लेने, नियमित रूप से व्यायाम करने व शरीर का वजन सामान्य बनाए रखने की सलाह दी। गोष्ठी में डीपीएम सत्यव्रत त्रिपाठी, एनसीडी सेल से जयप्रकाश गुप्ता, अजय सिंह तथा कार्यालय के अन्य कर्मचारियों ने भाग लिया।
