आयुष्मान पखवाड़ा – आयुष्मान कार्ड बनाने में जौनपुर तीसरा स्थान पर
आयुष्मान पखवाड़ा – आयुष्मान कार्ड बनाने में जौनपुर तीसरा स्थान पर
- चार मई से अब तक बने 20,000 आयुष्मान कार्ड
- अभियान की समय सीमा बढ़ी, अब 31 मई तक चलेगा
- नोडल अधिकारी ने की अपील जल्द से जल्द बनवाएँ कार्ड
जौनपुर, 18 मई 2022 । चार मई से शुरू हुये आयुष्मान पखवाड़ा के दौरान जनपद में रिकॉर्ड आयुष्मान कार्ड बनाये गये। अब तक 20,000 आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। इसके साथ ही जौनपुर ने प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल किया है। इस क्रम में पहले स्थान पर उन्नाव व दूसरे पर गाज़ीपुर है। अभियान में प्रगति को देखते हुये इसकी समय सीमा आगे बढ़ा दी गई है। अब यह अभियान 31 मई तक चलेगा।
आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी एवं अपर मुख्य चिकित्साधिकारी (एसीएमओ) डॉ राजीव कुमार ने बताया कि योजना के तहत जिले में अब तक 3,70,530 कार्ड बन चुके हैं और 15,341 मरीजों का निःशुल्क इलाज किया जा चुका है। इन लोगों के इलाज पर 17.42 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। योजना के तहत इलाज के लिए जनपद में सरकारी अस्पताल से लेकर प्राइवेट अस्पतालों में विशेष विशेषज्ञता वाले डॉक्टरों के माध्यम से इलाज की सुविधा है। आयुष्मान कार्ड होने पर लाभार्थी देश के किसी भी बड़े चिकित्सालय जैसे आल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस (एम्स), बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू), टाटा मेमोरियल, पीजीआई में भी लाभार्थी अपना इलाज करा सकता है। उन्होंने जनपद के लाभार्थियों से अपना आयुष्मान कार्ड बनवा लेने की अपील की है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान कार्ड होने के बाद भी किसी को इलाज में दिक्कत आ रही है तो राज्य स्तर से गठित डिस्ट्रिक्ट इम्प्लीमेंटेशन यूनिट के अधिकारियों से सम्पर्क कर सकता है। जनपद की डिस्ट्रिक्ट इम्प्लीमेंटेशन यूनिट में जिला सूचना प्रणाली प्रबंधक हिमांशु शेखर सिंह-91 90441 17874, जिला समन्वयक डॉ बद्री विशाल पांडे-91 94151 33125, जिला शिकायत प्रबंधक अवनीश श्रीवास्तव-91 70803 69406 तैनात हैं।
जिला सूचना प्रणाली प्रबंधक हिमांशु शेखर सिंह ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना में सूचीबद्ध जनपद के सरकारी/निजी अस्पतालों में इलाज के दौरान आने वाली समस्याओं का निराकरण करने में डिस्ट्रिक्ट इम्प्लीमेंटेशन यूनिट पूरा सहयोग करती है जबकि निजी अस्पतालों में नोडल अधिकारी पूरा सहयोग देते हैं। आयुष्मान भारत योजना में 1670 के लगभग बीमारियों का इलाज किया जाता है जिनमें कैंसर, हृदय रोग, हड्डी रोग, सभी प्रकार की सर्जरी, न्यूरो आदि से संबंधित बीमारियों के इलाज की सुविधा है।
आयुष्मान भारत योजना के जिला समन्वयक डॉ बद्री विशाल पांडे ने बताया कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना तथा मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का जिन्हें पत्र मिला है। अंत्योदय कार्ड (गुलाबी राशनकार्ड) धारक, बिल्डिंग एंड अदर कंसट्रक्शन वर्कर योजना का लाभ उठा सकते हैं। वह पत्र के साथ राशनकार्ड और आधार कार्ड लेकर नजदीकी आयुष्मान मित्र या जनसेवा केंद्र के विलेज लेवल इन्टरप्रीनियर (वीएलई) से सम्पर्क कर अपना आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं।
जनपद में 1,42,205 लक्षित परिवार तथा 7,11,025 लाभार्थी हैं। जनपद में अंत्योदय राशन कार्ड के कुल 1,25,472 लाभार्थी परिवार हैं जिनसे संबंधित 4,14,516 लाभार्थी हैं। अब सभी अंत्योदय राशन कार्ड धारक अपने परिवार के सभी सदस्यों के आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं। आयुष्मान कार्ड धारक योजना के तहत पाँच लाख रुपए तक का निःशुल्क इलाज पूरे देश में सूचीबद्ध किसी भी अस्पताल में करवा सकता है।
लाभार्थियों के बोल –
1- पपरावन कलवारी की राजकुमारी ने बताया कि मुझे ब्लीडिंग हो रही थी। छह महीने तक दवा कराई लेकिन आराम नहीं हुआ। आयुष्मान कार्ड मेरे पास पहले से था। जब इसके लाभ के बारे में पता चला तब निःशुल्क इलाज कराया। अब मैं बिल्कुल ठीक हूं।
2- सराय हरखू धनियामऊ के बरसाती ने बताया कि सांस फूलती थी, बुखार रहता था, शरीर दर्द करता था और पेशाब में दिक्कत होती थी। आयुष्मान कार्ड के जरिए फरवरी में साल्वेशन हास्पिटल में इलाज कराया। लेकिन बुखार की समस्या बनी हुई थी और पेशाब में भी दिक्कत हो रही थी। इसके बाद फिर से अप्रैल में इसी हॉस्पिटल में इलाज कराया। अब मुझे पूरा आराम है।