स्वस्थ रहने के लिए योग और आयुर्वेद जरूरी : सीएमओ

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  • दैनिक जीवन में कुछ जरूरी आदतों को अपनाकर, रखें स्वास्थ्य का ख्याल: डॉ राजीव
  • विश्व स्वास्थ्य दिवस पर लीलावती महिला चिकित्सालय परिसर में पौधरोपण व गोष्ठी
    जौनपुर, 07 अप्रैल 2022 | विश्व स्वास्थ्य दिवस पर वृहस्पतिवार को राजकीय लीलावती महिला चिकित्सालय परिसर में पौधरोपण किया गया। इसके साथ ही परिसर में आयोजित ‘हमारा ग्रह, हमारा स्वास्थ्य’ विषयक गोष्ठी में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ लक्ष्मी सिंह ने स्वास्थ्य दिवस के उद्देश्य तथा स्वास्थ्य योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
        सीएमओ ने कहा कि सबसे पहले स्विट्जरलैंड के जेनेवा शहर में विश्व स्वास्थ्य सभा में सात अप्रैल 1948 को सलाना विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाने की घोषणा की गई लेकिन विश्व स्वास्थ्य दिवस की शुरुआत वर्ष 1950 से हुई है। इसलिए हर वर्ष सात अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य दिवस प्रतिवर्ष मनाने का उद्देश्य वैश्विक स्वास्थ्य तथा उससे संबंधित समस्याओं पर विचार-विमर्श करना, स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार करना तथा गंभीर बीमारियों को फैलने से रोकथाम की व्यवस्था करना है। इसके चलते अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने तथा स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए इस दिन पूरी दुनिया में जागरूकता कार्यक्रम होते हैं। स्वास्थ्य शिविर लगाए जाते हैं जिसमें डॉक्टर सभी को मुफ्त में दवाएं बांटते हैं और उनका उपचार करते हैं। लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाता है। एक तरह से स्वास्थ्य का महत्व समझाने तथा स्वास्थ्य के प्रति आकर्षित करने के लिए दुनियाभर में विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि खुद को स्वस्थ रखने के लिए पूरी दुनिया में लोग योग और आयुर्वेद को अपना रहे हैं। स्वास्थ्य एक तरह की सम्पत्ति है। स्वास्थ्य की सही कीमत शरीर के अस्वस्थ होने पर पता चलती है। स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें आने पर लोग स्वास्थ्य पर ध्यान देने के बारे में सोचने लगते हैं।
        गैर संचारी रोगों (एनसीडी) के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ राजीव कुमार ने बताया कि इस दिन होने वाले कार्यक्रमों व आयोजनों में स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद रहते हैं जो स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों का हल करने में सहायता करते हैं। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से लड़ने और उससे उबरने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करते हैं। स्वास्थ्य संगठन, संस्थाएं व गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) कार्यक्रम कराते हैं। प्रदर्शनी और नाटक आदि होते हैं। स्कूल-कालेजों में वाद-विवाद प्रतियोगिताएं की जाती हैं।
    डॉ. राजीव ने कहा- कोविड के दौरान प्रदूषित ग्रह और बीमारियों की बढ़ती घटनाओं के साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) 2022 के लिए ‘हमारा ग्रह, हमारा स्वास्थ्य’ विषय लेकर आया है। यह विषय मनुष्यों और ग्रह को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक तत्काल कार्यों पर विश्व का ध्यान केंद्रित करता है। कल्याण पर केंद्रित समाज को बनाने के लिए एक आंदोलन को बढ़ावा देता है। उन्होंने कहा कि दैनिक जीवन में कुछ आदतें अपनाकर खुद को स्वस्थ बनाया जा सकता है। स्वस्थ खाना खाएं, नमक और चीनी का उपयोग कम करें, शराब का उपयोग न करें, धूम्रपान न करें, समय पर स्वास्थ्य परीक्षण कराएं, टीका लगवाएं, अपने शरीर को हाइड्रेट रखें, शारीरिक रूप से सक्रिय रहें, रोज कम से कम 800 कदम चलें, खाना सही से चबाकर खाएं, खांसते या छींकते समय मुंह को ढकें, यातायात कानूनों का पालन करें, उपचार की हिम्मत करें, बच्चों के लिए स्वस्थ पर्यावरण दें, जलवायु परिवर्तन के विपरीत प्रभावों से स्वास्थ्य को बचाएं, हमेशा सफाई रखें, साफ पानी का उपयोग करें। गोष्ठी में कुंवर हरिवंश सिंह पैरामेडिकल की छात्राओं ने प्रतिभाग किया। इस मौके पर जिले के सभी चिकित्सालयों, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर , उपकेंद्रों पर गैर संचारी रोगों की जांच के लिए कैम्प का आयोजन किया गया। इसके साथ ही पर्यावरण संतुलन के लिए पौधे रोपे गए। गोष्ठी में एसीएमओ डॉ एससी वर्मा के साथ ही एनसीडी सेल के सभी अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। संचालन जय प्रकाश गुप्ता ने किया। 

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