सीएमओ के निरीक्षण में रामपुर जमीन में सभी उपस्थित मिले

न मिलने पर रसूलाबाद में एक चिकित्सक के सामने अनुपस्थित दर्ज किया
ओपीडी पर और काम करने के लिए दी सलाह, साफ-सफाई पर जताया संतोष
जौनपुर
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ लक्ष्मी सिंह बुधवार सुबह 11 बजे धर्मापुर ब्लॉक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रामपुर जमीन पहुंचीं। मौके पर सभी अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित मिले। उन्होंने दवाओं के रखरखाव और सफाई की जानकारी ली तथा बेहतरी के संबंध में निर्देश दिए। उन्होंने मिशन इंद्रधनुष की तैयारियों की समीक्षा की। नियमित टीकाकरण और परिवार कल्याण की स्थिति के बारे में भी पूछताछ की।
धर्मापुर के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ मनोज कुमार ने बताया कि निरीक्षण के दौरान रामपुर जमीन में लगा आक्सीजन कंसंट्रेटर चलती हालत में मिला। वाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) भी क्रियाशील था जबकि लैब में कोई खामी नहीं दिखी। बताया गया कि मरीजों की देखभाल और उपचार के लिए यहां पर रात में भी स्टाफ मौजूद रहता है। पानी की भी अच्छी व्यवस्था है। शहरी क्षेत्र से सटा ग्रामीण क्षेत्र होने के कारण ज्यादातर लोग जिला अस्पताल की स्वास्थ्य सुविधाओं का ज्यादा फायदा उठाते हैं। बावजूद इसके प्रतिदिन 40 से 50 लोग ओपीडी में देखे जाते हैं। उन्होंने बताया कि 10 अप्रैल से जन आरोग्य मेला फिर से शुरू होने वाला है। इसमें हर रविवार को रामदासपुर, नेवादा और देवचनपुर स्थित हेल्थ वेलनेस सेंटरों में ओपीडी लगेगी जिसमें सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) की नियुक्ति है। इन केंद्रों पर महिलाओं तथा गैर संचारी रोगों (एनसीडी) के मरीजों पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। दूसरे चरण के लिए मिशन इंद्र धनुष की भी तैयारी पूरी कर ली गई हैं।
इसके बाद वह 11.30 बजे अर्बन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र रसूलाबाद पहुंचीं। पता चला कि सीएमओ आफिस की ही मीटिंग में भाग लेने डॉ आनंद गए हैं जबकि डॉ सुनील सिंह अनुपस्थित दिखे जो कि अर्बन से अटैच हैं तथा वित्तीय विभाग भी देखते हैं। इस पर सीएमओ ने उनके सामने अनुपस्थित दर्ज किया। डॉ आदित्यनाथ से ओपीडी के बारे में पूछने पर पता चला कि ओपीडी में कभी कम तो कभी ज्यादा मरीज आते हैं। इस पर सीएमओ ने और काम करने को कहा जिससे ओपीडी में अच्छी संख्या दिखने लगे। उनके वहां साफ-सफाई संतोषजनक जताया। सीएमओ ने सभी अधिकारी और कर्मचारी को समय से उपस्थित होकर कार्य करने का निर्देश दिया।
[07/04, 16:49] +91 70079 44708: स्वस्थ रहने के लिए योग और आयुर्वेद जरूरी : सीएमओ
- दैनिक जीवन में कुछ जरूरी आदतों को अपनाकर, रखें स्वास्थ्य का ख्याल: डॉ राजीव
- विश्व स्वास्थ्य दिवस पर लीलावती महिला चिकित्सालय परिसर में पौधरोपण व गोष्ठी
जौनपुर, 07 अप्रैल 2022 | विश्व स्वास्थ्य दिवस पर वृहस्पतिवार को राजकीय लीलावती महिला चिकित्सालय परिसर में पौधरोपण किया गया। इसके साथ ही परिसर में आयोजित ‘हमारा ग्रह, हमारा स्वास्थ्य’ विषयक गोष्ठी में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ लक्ष्मी सिंह ने स्वास्थ्य दिवस के उद्देश्य तथा स्वास्थ्य योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
सीएमओ ने कहा कि सबसे पहले स्विट्जरलैंड के जेनेवा शहर में विश्व स्वास्थ्य सभा में सात अप्रैल 1948 को सलाना विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाने की घोषणा की गई लेकिन विश्व स्वास्थ्य दिवस की शुरुआत वर्ष 1950 से हुई है। इसलिए हर वर्ष सात अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य दिवस प्रतिवर्ष मनाने का उद्देश्य वैश्विक स्वास्थ्य तथा उससे संबंधित समस्याओं पर विचार-विमर्श करना, स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार करना तथा गंभीर बीमारियों को फैलने से रोकथाम की व्यवस्था करना है। इसके चलते अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने तथा स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए इस दिन पूरी दुनिया में जागरूकता कार्यक्रम होते हैं। स्वास्थ्य शिविर लगाए जाते हैं जिसमें डॉक्टर सभी को मुफ्त में दवाएं बांटते हैं और उनका उपचार करते हैं। लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाता है। एक तरह से स्वास्थ्य का महत्व समझाने तथा स्वास्थ्य के प्रति आकर्षित करने के लिए दुनियाभर में विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि खुद को स्वस्थ रखने के लिए पूरी दुनिया में लोग योग और आयुर्वेद को अपना रहे हैं। स्वास्थ्य एक तरह की सम्पत्ति है। स्वास्थ्य की सही कीमत शरीर के अस्वस्थ होने पर पता चलती है। स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें आने पर लोग स्वास्थ्य पर ध्यान देने के बारे में सोचने लगते हैं।
गैर संचारी रोगों (एनसीडी) के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ राजीव कुमार ने बताया कि इस दिन होने वाले कार्यक्रमों व आयोजनों में स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद रहते हैं जो स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों का हल करने में सहायता करते हैं। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से लड़ने और उससे उबरने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करते हैं। स्वास्थ्य संगठन, संस्थाएं व गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) कार्यक्रम कराते हैं। प्रदर्शनी और नाटक आदि होते हैं। स्कूल-कालेजों में वाद-विवाद प्रतियोगिताएं की जाती हैं।
डॉ. राजीव ने कहा- कोविड के दौरान प्रदूषित ग्रह और बीमारियों की बढ़ती घटनाओं के साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) 2022 के लिए ‘हमारा ग्रह, हमारा स्वास्थ्य’ विषय लेकर आया है। यह विषय मनुष्यों और ग्रह को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक तत्काल कार्यों पर विश्व का ध्यान केंद्रित करता है। कल्याण पर केंद्रित समाज को बनाने के लिए एक आंदोलन को बढ़ावा देता है। उन्होंने कहा कि दैनिक जीवन में कुछ आदतें अपनाकर खुद को स्वस्थ बनाया जा सकता है। स्वस्थ खाना खाएं, नमक और चीनी का उपयोग कम करें, शराब का उपयोग न करें, धूम्रपान न करें, समय पर स्वास्थ्य परीक्षण कराएं, टीका लगवाएं, अपने शरीर को हाइड्रेट रखें, शारीरिक रूप से सक्रिय रहें, रोज कम से कम 800 कदम चलें, खाना सही से चबाकर खाएं, खांसते या छींकते समय मुंह को ढकें, यातायात कानूनों का पालन करें, उपचार की हिम्मत करें, बच्चों के लिए स्वस्थ पर्यावरण दें, जलवायु परिवर्तन के विपरीत प्रभावों से स्वास्थ्य को बचाएं, हमेशा सफाई रखें, साफ पानी का उपयोग करें। गोष्ठी में कुंवर हरिवंश सिंह पैरामेडिकल की छात्राओं ने प्रतिभाग किया। इस मौके पर जिले के सभी चिकित्सालयों, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर , उपकेंद्रों पर गैर संचारी रोगों की जांच के लिए कैम्प का आयोजन किया गया। इसके साथ ही पर्यावरण संतुलन के लिए पौधे रोपे गए। गोष्ठी में एसीएमओ डॉ एससी वर्मा के साथ ही एनसीडी सेल के सभी अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। संचालन जय प्रकाश गुप्ता ने किया।