24 मार्च से क्षय उपचाराधीनों को गोद लेने का चलेगा विशेष अभियान

24 मार्च से क्षय उपचाराधीनों को गोद लेने का चलेगा विशेष अभियान विश्व क्षयरोग दिवस पर विशेष गोद लेने वाली संस्थाएं अपने स्रोतों से छह माह या उपचार अवधि तक पौष्टिक आहार बांटेगीकिट के माध्यम से पहुंचाएंगी पौष्टिक आहार के साथ ही न्यूट्रीशनल सप्लीमेंट भेजी
डाट्स की दवाएं मरीजों को बिना नागा किए उपचार अवधि तक खाने को प्रेरित करेंगी
जौनपुर 22 मार्च 2022 (सू0वि)- जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में विश्व क्षय उपचाराधीनों को गोद लेने के सम्बन्ध में जनपद के लोकोपकारी, सामाजिक, शैक्षणिक संस्थाएं व गण्यमान्य नागरिक तथा एनजीओ के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ बैठक किये।
विश्व क्षयरोग दिवस पर 24 मार्च से जनपद में उपचाराधीन क्षयरोगियों को कुल चार श्रेणियों में व्यवस्थित कर उन्हें गोद लेने के लिए एक माह का विशेष अभियान चलेगा। गोद लेने वाली लोकोपकारी, सामाजिक, शैक्षणिक संस्थाएं व गण्यमान्य नागरिक इस एक माह के विशेष अभियान के दौरान 2,357 उपचाराधीन क्षयरोगियों के साथ ही खोजे जाने वाले नए क्षयरोगियों को भी 24 मार्च से गोद लेने की प्रक्रिया शुरू कर देंगे।
जिला क्षयरोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ राकेश कुमार सिंह ने बताया कि जनपद में इस समय 18 वर्ष तक के 309 बाल, 18 वर्ष के ऊपर के 1,188 वयस्क पुरुष, 18 वर्ष से ऊपर की 726 महिला क्षयरोगी तथा मल्टी ड्रग रजिस्टेंट के (एमडीआर) के 134 क्षयरोगी वर्तमान में उपचाराधीन हैं। इन्हें गोद लिया जाना है।
इस संबंध में प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव ने 12 मार्च को प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों, सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों (सीएमओ) एवं सभी जिला क्षयरोग अधिकारी (डीटीओ) के साथ वीडियोकांफ्रेसिंग कर उन्हें निर्देशित किया था। उन्होंने बताया था कि गोद लेने वाली संस्थाएं क्षयरोगियों को अपने स्रोतों से न्यूनतम छह माह अथवा उपचार कि अवधि तक पौष्टिक आहार बांटेगी। यह पौष्टिक आहार प्रत्येक माह किट के माध्यम से क्षयरोगियों को दिया जाएगा। प्रत्येक किट में मूंगफली (एक किलो), भुना चना (एक किलो), गुड़ (एक किलो), सत्तू (एक किलो), तिल या गजक (एक किलो) तथा अन्य न्यूट्रीशनल सप्लीमेंट जैसे हार्लिक्स, कम्प्लान, बोर्नबीटा आदि एक किलो दिए जाएंगे। संस्थाएं सम्बंधित क्षयरोगियों को भावनात्मक सहयोग भी देंगी। उन्हें डाट्स के माध्यम से दी जा रहीं दवाएं बिना नागा किए सम्पूर्ण उपचार अवधि तक खाने के लिए प्रेरित करने की जिम्मेदारी भी निभानी होगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 लक्ष्मी सिंह ने बताया कि अभियान के साथ-साथ क्षयरोग को 2025 तक पूरे देश से उन्मूलित करने का लक्ष्य है। इसके लिए जनपद की सम्पूर्ण जनसंख्या के मध्य व्यापक टीबी रोगी खोज के लिए 24 मार्च से घर-घर अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान आयुष्मान भारत हेल्थ वेलनेस सेंटर के माध्यम से चलेगा जिसके तहत आशा कार्यकर्ताओं की टीम बनाकर जनपद में 158 हेल्थ वेलनेस सेंटरों के माध्यम से व्यापक क्षय रोगी खोज अभियान घर-घर चलाया जाएगा। खोजे गए क्षय रोगियों को हेल्थ वेलनेस सेंटर पर नियुक्त कम्युनिटी हेल्थ आफिसर (सीएचओ) के सम्पूर्ण पर्यवेक्षण में उपचार, फालोअप, जांच, डीबीटी एवं अन्य पब्लिक हेल्थ एक्शन सुनिश्चित किया जाएगा।
24 मार्च से क्षयरोगियों को गोद लेने तथा नए क्षय रोगियों की खोज के लिए विभाग में युद्ध स्तर पर तैयारियां चल रहीं हैं। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के नेतृत्व में विश्व क्षयरोग दिवस के दिन अभी तक के समस्त क्षय उपचाराधीनों (2,357) को गोद लेने की व्यवस्था की जा रही है साथ ही अभियान के दौरान खोजे जाने वाले नए क्षयरोगियों के भी गोद लेने की व्यवस्था की जाएगी। 21 दिन के विशेष खोज रोग अभियान में जनपद की कुल जनसंख्या के सापेक्ष कुल 6,723 सम्भावित मरीजों का बलगम परीक्षण करने का लक्ष्य रखा गया है।
पंजीकरण की स्थिति और डीबीटी के आंकड़े
क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के जिला समन्वयक (डीपीसी) सलिल यादव ने बताया कि वर्ष 2020 में 6,239 क्षय रोगियों का पंजीकरण हुआ है, जिसमें से 4,267 सरकारी अस्पतालों से तथा 1,972 निजी अस्पतालों से हुआ है। 2021 में 6,569 क्षय रोगियों का पंजीकरण हुआ जिसमें से 4,644 सरकारी अस्पतालों से तथा 1,925 निजी अस्पतालों के मरीज थे। 14 वर्ष तक के बच्चों का वर्ष 2019 में 346, वर्ष 2020 में 275 तथा वर्ष 2021 में 272 पंजीकरण हुआ। इस तरह से इन तीन वर्षों में 893 क्षय रोग ग्रसित बच्चों का पंजीकरण हुआ। निक्षय पोषण योजना के तहत वर्ष 2018 में 19.60 लाख रुपए, वर्ष 2019 में 88.77 लाख रुपए, वर्ष 2020 में 2.10 करोड़ रुपए तथा वर्ष 2021 में 1.74 करोड़ रुपए उपचाराधीन मरीजों के खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के तहत भेजे गए हैं। इस तरह से इन चार वर्षों में करीब 4.92 प्लस करोड़ रुपए डीबीटी के माध्यम से भेजे जा चुके हैं।
गोद लेने वाली संस्थाएं लायन्स क्लब जौनपुर मेन, लायन्स गोमती, लायन्स सूरज, लायन्स शाहगंज स्टार, लायन्स क्षितिज, जेसीज क्लब, एस एस आर एम पैरामेडिकल तिघरा, सखी वेलफेयर, व्यापार मंडल, स्वच्छ गोमती अभियान, जेब्रा क्लब, एन एस एस समन्वयक डॉ राकेश यादव के माध्यम से महाविद्यालयों द्वारा एडाप्ट किया जा रहा है।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी भू-राजस्व रजनीश राय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 लक्ष्मी सिंह, रेड क्रॉस सोसायटी सचिव डॉ मनोज वत्स, सैय्यद मोहम्मद मुस्तफा, संदीप पाण्डेय, मदन गोपाल गुप्ता डा विमला सिंह, सुशील स्वामी, रानी सिंगरामऊ, प्रदीप सिंह, धीरज गुप्ता, आरिफ हबीब सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।