गोष्ठी और हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से दिया धूम्रपान न करने का संदेश

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गोष्ठी और हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से दिया धूम्रपान न करने का संदेश
नो स्मोकिंग डे

  • तम्बाकू और सिगरेट हानिकारक पदार्थ, इसके सेवन से पैदा होते हैं कई रोग : सीएमओ
  • वर्ष 2021 में 20 लाख लोगों की मौत तम्बाकू सेवन के कारण होने वाली बीमारियों की वजह से हुई: डॉ राजीव
    जौनपुर, 09 मार्च 2022।
    मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय सभागार में नो स्मोकिंग-डे पर बुधवार को हस्ताक्षर अभियान और गोष्ठी का आयोजन हुआ। अध्यक्षता कर रहीं मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ लक्ष्मी सिंह ने इस दिवस के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस दिन दुनियाभर में धूम्रपान न करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाता है। साथ ही इस बारे  में जागरूकता पैदा की जाती है।
    उन्होंने कहा कि इस दिन के आयोजन का उद्देश्य लोगों को धूम्रपान के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक करना है। तंबाकू और सिगरेट पाए जाने वाले हानिकारक पदार्थ के सेवन से कई रोग होते हैं। अधिक सेवन से हृदय रोग, कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां भी हो जाती हैं।
      तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ राजीव कुमार ने बताया कि इस दिन का मुख्य उद्देश्य सिगरेट या अन्य तरीकों से तम्बाकू सेवन के तरीकों के हानिकारक स्वास्थ्य प्रभावों के बारे में लोगों में जागरूकता करना है। धूम्रपान की बुरी आदत से छुटकारा पाने में धूम्रपान करने वालों की मदद करना महत्वपूर्ण संदेश है। धूम्रपान छोड़ने के लिए दुनियाभर के लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए हर वर्ष मार्च के दूसरे बुधवार को नो स्मोकिंग डे के रूप में मनाया जाता है। धूम्रपान या चबाने वाला तम्बाकू बुरी आदतों में से एक है जिसे कोई भी अपना सकता है। स्वास्थ्य का जोखिम सभी के लिए होता है। 12 से 17 वर्ष की आयु के हजारों युवा अभी भी प्रत्येक दिन धूम्रपान की शुरुआत कर रहे हैं। धूम्रपान से हृदय रोग, ब्रोंकाइटिस, न्यूमोनिया, स्ट्रोक, मधुमेह और कई प्रकार के कैंसर जैसी स्वास्थ्य समस्याएं पैदा होती हैं। इनमें से मुख का कैंसर तो आम है  जिसके चलते अकाल मृत्यु तक हो जाती है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021 में 20 लाख लोगों की मौत तम्बाकू सेवन के कारण होने वाली बीमारियों की वजह से हुई है। इनमें मधुमेह, कैंसर, रक्तचाप, हृदय आदि की बीमारियां शामिल हैं। पूरे देश में 37 प्रतिशत लोग किसी न किसी रूप में तम्बाकू का सेवन करते हैं जिसमें से 12 प्रतिशत लोग धूम्रपान करते हैं। इसमें से भी पांच प्रतिशत सिगरेट तथा बाकी 60 प्रतिशत बीडी, सिगरेट, सिगार आदि का सेवन करते हैं।
       एसीएमओ डॉ सत्य नारायण हरिश्चंद्र ने बताया कि तम्बाकू सेवन से कोरोना वायरस फैलने का भी खतरा बढ़ जाता है। अंत में सीएमओ डॉ लक्ष्मी सिंह ने सभी को तम्बाकू मुक्त महाभियान में सच्चे मन से सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए शपथ दिलाई। इस मौके पर एसीएमओ डॉ एसपी मिश्रा, डॉ नरेंद्र सिंंह, जय प्रकाश गुप्ता, विनोद मौर्या के साथ स्वास्थ्य विभाग के तमाम कर्मचारी उपस्थित रहे।

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