Jaunpur news वाह रे जलालपुर पुलिस

वाह रे जलालपुर पुलिस
थाना परिसर में पिता के सामने बेटियों को दी सरेआम अश्लील गालियां
आरोप, विपक्षी की धौंस के चलते उल्टे बेटियों का ही कर दिया फर्जी चालान
रिश्वत के हवस की भूखी पुलिस की इस हरकत की समाज में हो रही है निंदा
जौनपुर।
Jaunpur news मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश की हर बेटियों की सुरक्षा के लिए पुलिस को निरंतर खड़े रहने के दावे करते हैं लेकिन जौनपुर के जलालपुर के पुलिस एकदम इसके उलट काम कर रही है।
रिश्वत की भूखी यहां की पुलिस ने एक पीड़ित पिता को न्याय दिलाने के नाम पर थाना परिसर में सरेआम भद्दी भद्दी गालियां देकर बेइज्जत किया।
फिर भी उसका दिल नहीं भरा तो मारपीट की झूठी कहानी गढ़ के बेटियों का ही फर्जी चालान कर दिया।
प्रकरण जब पुलिस के उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आया तो खासा तूल पकड़ने के बाद पुलिस को फटकार लगी लेकिन उन बेटियों को आखिर न्याय कैसे मिलेगा, जिन्हें थाने परिसर में सरेआम बेइज्जत किया गया।
आरोप है कि कूड़ा रखने के विवाद में पुलिस ने विपक्षियों से मिलीभगत कर थाने के सामने एक झूठी मारपीट की घटना दर्शाते हुए एक पक्षीय कार्रवाई की और पिता समेत दो बेटियों का शांतिभंग में चालान कर दिया।
इतना ही नहीं पुलिस ने इन सभी के विरुद्ध मारपीट का केस भी दर्ज कर दिया है।
पीड़ित द्वारा मुख्यमंत्री पोर्टल के माध्यम से न्याय की गुहार लगाई गई है
घटना जलालपुर थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव की है। आरोप है कि विजय प्रताप के घर के सामने चारा मशीन के पास उनके पड़ोसी ने गंदगी फैलाने की नीयत से कूड़ा फेंक दिया।
जब विजय प्रताप और उनके परिवार ने कूड़े को हटाने के लिए सफाई का प्रयास किया तो पड़ोसी बिना वजह जबरिया विवाद कर लिए। जो हाथापाई तक पहुंच गया।
पीड़ित की सूचना पर मौके पर पहुंची यूपी डायल 112 पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाया। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि थाने पहुंचते ही मामला उल्टा हो गया।
मेरे दरवाजे पर यूपी 112 की पुलिस जो विपक्षी को खुद गुनहगार और गलत बता रही थी। वही पुलिस विपक्षियों से लंबी सौदेबाजी करके जलालपुर थाने के एक दरोगा और सिपाहियों की मिली भगत से हम लोगों को थाना परिसर में सरेआम भद्दी भद्दी गालियां देते हुए लॉकअप में बंद करने की धमकी दी।
जब हम लोगों ने दरोगा जी से गाली न देने और विपक्षी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही तो वह आग बबूला हो गए।
पिता विजय प्रताप समेत उनकी दोनों दो बेटियों को घंटों थाने में बैठाए रखा। बाद में मेरे कुछ रिश्तेदारों ने पुलिस उच्च अधिकारियों से शिकायत किया तब दरोगा ने उल्टी एक और नई झूठी कहानी गढ़ दी।
इस नई झूठी कहानी में दरोगा ने आरोप लगाया कि
देर शाम को पुलिस थाने के सामने ही कथित मारपीट की झूठी कहानी बनाकर तीनों का चालान कर दिया।
जबकि इस पूरे मामले में जब पीड़ित परिवार थाने परिसर में बैठा था पीड़ित का विपक्षी अपने कुछ लोगों को लेकर थाने परिसर में पहुंचा और पुलिस के सामने ही विजय प्रताप हुआ उसकी भेज दोनों बेटियों को जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि अभी तो सिर्फ है थाने पर बंद कर आए हैं अगली बार जरूरत पड़ी तो सीधे जेल भिजवाएंगे थाने परिसर में इस तरह की ब्लाउज धमकी से पीड़ित परिवार पूरी तरह से भयभीत हो गया।
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क्या न्याय के लिए हर व्यक्ति को मुख्यमंत्री से करनी होगी या गुहार
जफराबाद।
पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन के पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराते हुए दरोगा और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
साथ ही थाने में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकलवाकर जांच कर दोषियों को सजा दिलाने की मांग की जा रही है। मामला सामने आने के बाद जलालपुर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं और पुलिस की चौतरफा किरकिरी हो रही है।
ऐसे में सवाल उठता है क्या अब हर व्यक्ति को सीधे मुख्यमंत्री से ही अपील करनी होगी।
आखिर जिले की पुलिस कब बेटियों को न्याय दिलाएगी।
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जलालपुर पुलिस की हो रही निंदा
जफराबाद। एक सीधे-साधे गरीब परिवार के मुखिया और उसकी दो बेटियों को थाना परिसर में बंद करके थाने के दरोगा और सिपाहियों द्वारा सरेआम अश्लील गालियां देने व पुलिस के सामने ही विपक्षी द्वारा जान से मारने की धमकी देने के बाद पुलिस द्वारा उल्टे पीड़ित परिवार के खिलाफ फर्जी कहानी गढ़ के चालान करने के मामले को लेकर जिले का प्रबुद्ध वर्ग खासा नाराज है।
सामाजिक मामलों को लेकर हमेशा संघर्ष करने वाले दीवानी न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता जयप्रकाश सिंह कामरेड ने कहा वह इस मामले को लेकर एडीजी जोन वाराणसी से जल्द मिलेंगे और दोषी दरोगा और पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएंगे।