जलालपुर पुलिस पर पिता और बेटियों का फर्जी चालान करने का आरोप,पुलिस पर मिली भगत का आरोप

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जौनपुर। जलालपुर थाने के एक दरोगा द्वार पिता और दो बेटियों का फर्जी चालान करने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। आरोप है कि कूड़ा रखने के हुए विवाद में पुलिस ने विपक्षियों से मिलीभगत कर थाने के सामने झगड़ा का एक झूठी घटना दर्शाते हुए एक पक्षीय कार्रवाई की और पिता समेत दो बेटियों का शांति भंग में चालान कर दिया। इतना ही नहीं पुलिस ने इनपर मारपीट का एकपक्षीय केस भी दर्ज कर दिया है। पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री पोर्टल के माध्यम से न्याय की गुहार लगाई है।

घटना जलालपुर थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव की है। आरोप है कि विजय प्रताप के घर के सामने चारा मशीन के पास उनके पड़ोसी ने गंदगी फैलाने की नीयत से कूड़ा फेंक दिया। जब विजय प्रताप और उनके परिवार ने सफाई का प्रयास किया तो पड़ोसियों से विवाद हो गया, जो हाथापाई तक पहुंच गया। पिड़ित की सूचना पर पहुंची डायल 100 पुलिस दोनों पक्षों को थाने भेजा।

पीड़ित पक्ष का आरोप है कि थाने पहुंचने के बाद पुलिस ने विपक्षियों से मिलीभगत कर उल्टे उनके विरुद्ध ही कार्यवाही की और पिता समेत दो बेटियों को घंटों थाने में बैठाए रखा। इसके बाद शाम को पुलिस ने थाने के सामने कथित झगड़ा की झूठी कहानी बनाकर तीनों का एकपक्षीय चालान कर दिया।
पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराते हुए दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। साथ ही थाने में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकलवाकर जांच कर दोषियों को सजा दिलाने की मांग की जा रही है। मामला सामने आने के बाद जलालपुर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं और पुलिस की चौतरफा किरकिरी हो रही है।

वीडियो सामने आने के बाद पुलिस की भूमिका पर उठ रहें है सवाल

जौनपुर। सोशल मीडिया पर झगड़े से जुड़ा एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि पीड़ित की बेटी अपने घर के पास लगे कूड़े को फावड़े से साफ करने की कोशिश कर रही है, जबकि विपक्षी पक्ष की एक महिला सफाई का विरोध करते हुए उसी कूड़े को दोबारा फैला रही है। वीडियो सामने आने के बाद यह संकेत मिल रहे हैं कि पुलिस ने या तो मामले की जांच में जल्दबाज़ी दिखाई है या फिर पीड़ित का यह आरोप सही हो सकता है कि पुलिस ने विपक्षी पक्ष से मिलीभगत करते हुए निष्पक्ष कार्रवाई नहीं की।

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