विश्व कैन्सर दिवस के अवसर पर जनपद में गोष्ठी का आयोजन
जौनपुर 04 फरवरी 2022 (सू0वि)- विश्व कैन्सर दिवस के अवसर पर जनपद में गोष्ठी का आयोजन मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 लक्ष्मी सिंह की अध्यक्षता में कार्यालय सभागार में किया गया, जिसमे कुवर हरिवंश सिंह पैरामेडिकल कालेज की छात्र-छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 लक्ष्मी सिंह द्वारा बताया गया कि दुनिया में हर मिनट 17 लोगो की मौत कैन्सर से हो रही है। भारत में 17 से 18 लाख कैन्सर के नये केस प्रतिवर्ष आते है। उनके द्वारा बताया गया कि पुरुषों में सबसे ज्यादा फेफड़ो एवं प्रोटेस्ट कैन्सर के मरीज पाये गये। इस बार की थीम “ Close The Care Gap ” है। हर व्यक्ति को कैन्सर मुक्त विश्व के लिये प्रण लेना होगा। उनके द्वारा बताया गया कि कुछ साल पहले तक कैन्सर को लाइलाज रोग माना जाता था, लेकिन हाल के कुछ वर्षो मे कैन्सर के उपचार की दिशा में क्रान्तिकारी शोध हुये है और अब समय रहते कैन्सर की पहचान करी ली जाय तो उसका इलाज किया जाना काफी हद तक सम्भव है।
नोडल अधिकारी एन0सी0डी0 डा0 राजीव यादव द्वारा बताया गया कि कैन्सर बीमारी किसी भी उम्र मे किसी को भी हो सकती है। अतः सेहत के प्रति कभी भी लापरवाही न बरते। कैन्सर कई तरह के होते है इनमें स्तन कैन्सर, सर्वाइकल कैन्सर, पेट का कैन्सर, ब्लड कैन्सर, गले का कैन्सर, गर्भाशय का कैन्सर, अण्डाशय का कैन्सर, प्रोटेस्ट कैन्सर, लिवर कैन्सर, बोन कैन्सर, मुहं का कैन्सर और फेफड़ो का कैन्सर आदि शामिल है। अगर हम इस बिमारी के शिकार होते है तो हमे अन्दर से कभी हार नही माननी चाहियें। कैन्सर के प्रमुख कारण तम्बाकू या उससे बने उत्पाद, जैसे-सिगरेट आदि का लम्बे समय तक सेवन मुंह और फेफड़ो के कैन्सर का कारण बन सकता है। लंबे समय तक अल्कोहल का सेवन यकृत कैन्सर सहित शरीर के कई अंगो में कैन्सर के खतरे को बढ़ाता है, अनुवांशिक दोष या उत्परिवर्तन भी कैन्सर के खतरे को काफी हद तक बढ़ा देता है, इसमें स्तन कैन्सर का खतरा सबसे ज्यादा होता है, लंबे समय तक पराबैगनी किरणो के सम्पर्क में रहने से कैन्सर का खतरा बढ़ सकता है। कभी कभी मोटापा भी कैन्सर के खतरे को बढ़ाता है। कैन्सर के प्रमुख लक्षण त्वचा के नीचे गाठं महसूस होना, शरीर का वजन अचानक से कम या ज्यादा होना, त्वचा पर जल्दी निशान पड़ जाना, निगलने में कठिनाई होना, जोड़ो एवं मासंपेशियों मे दर्द रहना, थकान व कमजोरी महसूस होना एवं पेट में लगातार दर्द होना आदि है। उनके द्वारा कैन्सर से बचाव हेतु लोगो से धुम्रपान न करने, शराब का सेवन न करने, आहार में अधिक वसा न लेने, नियमित रुप से व्यायाम करने एवं शरीर का सामन्य वजन बनाये रखने की सलाह दिये गये।
उक्त गोष्ठी में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 सत्यनारायण हरिशचन्द्र, डा0 एस0सी0 वर्मा, डा0 एस0पी0 मिश्रा, एन0सी0डी0 सेल से डा0 बद्री विशाल पाण्डेय, जयप्रकाश गुप्ता एवं विनोद कुमार मौर्या एवं कार्यालय के कर्मचारीगण आदि द्वारा प्रतिभाग किया गया।