एसडीएम के आदेश से लोगों में न्याय के प्रति बढ़ा भरोसा
फौजी के पिता को न्याय दिलाने के लिए चला बुल्डोजर
जौनपुर। एसडीएम केराकत सुनील कुमार भारती के एक आदेश से लोगों में न्याय के प्रति भरोसा बढ़ गया है। एसडीएम का एक्शन देख फरियादियों के बीच उम्मीद बढ़ गई है कि अब उन्हें न्याय के लिए तहसील का चक्कर काटने से शायद छुटकारा मिल जाएगा। हलांकि फरियादियों के भरोसे पर एसडीएम साहब कितना खरा उतरेंगे यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
फौजी के पिता को 6 माह बाद आखिरकार मिल गया न्याय
जौनपुर। पूरा मामला जलालपुर क्षेत्र के दूबेपुर गांव निवासी पीड़ित फौजी के पिता राममणि दूबे का था। देश की एक-एक इंच जमीन की सुरक्षा के लिए सरहद पर इकलौते बेटे को भेजने वाले राममणि के खुद के जमीन पर बीते 28 जुलाई को अवैध कब्जा हो गया। आरोप लगा कि स्टे की जमीन पर पुलिस के मिलीभगत से विपक्षी प्रसांत,बन्दना आदी ने मिलकर जबरन अवैध बाउंड्रीवाल बना लिया। थाने से न्याय नहीं मिला तो पीड़ित पिता ने एसडीएम केराकत सुनील कुमार भारती से न्याय की गुहार लगाई। एसडीएम ने जांच टीम का गठन किया । जांच टीम की रिपोर्ट आने के बाद आरोप सत्य पाया गया जिसके बाद एसडीएम के आदेश पर राजस्व टीम और पुलिस के मौजूदगी अवैध रूप से बने बाउंड्री को बुलडोजर लगाकर गिरा दिया गया। उपजिलाधिकारी सुनील कुमार भारती के इस कार्यवाही से राजस्व विभाग के प्रति फरियादियों का भरोसा बढ़ गया है।
रिपोर्ट में हीलाहवाली में लेखपाल को किया गया था निलंबित
जौनपुर। फौजी के पीड़ित पिता राममणि दुबे के जमीन पर अवैध कब्जा हटवाने तथा स्पष्ट आख्या रिपोर्ट भेजने में हीलाहवाली करने के मामले में उस समय के हल्का लेखपाल विनय कुमार पाण्डेय को एसडीएम सुनील कुमार भारती ने बीते 21 अगस्त को निलंबित कर दिए थे और एक अलग जांच टीम गठन करके रिपोर्ट मंगाई गई जिसके बाद बुलडोजर कार्यवाही हुई।
बुलडोजर कार्यवाही के दौरान राजस्व टीम के साथ भारी पुलिस बल रही मौजूद
जौनपुर। राममणि दुबे के हिस्से की जमीन पर बनाए गये अवैध बाउंड्रीवॉल पर बुलडोजर कार्यवाही के दौरान तहसीलदार महेंद्र बहादुर नायब तहसीलदार डोभी हुसैन अहमद,नायब तहसीलदार बयलासी प्रमोद यादव,कानूनगों बयलासी शैलेन्द्र सिंह के साथ एस.आई मोहन प्रसाद भारी पुलिस बल के साथ मौजूद रहें।