सुनिए आर एस एस के पूर्व कार्यकर्ता की दर्द भरी दास्तां
जौनपुर नगर विधायक व सूबे के राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव के खिलाफ लगातार आवाज बुलंद हो रही है। मंगलवार को पूर्व मण्डल अध्यक्ष रविन्द्र कुमार मिश्रा की अगुवाई में भाजपा नेताओं का एक जत्था प्रेस कांफेंस करके मंत्री खिलाफ जमकर अपनी भड़ास निकाला था। बुधवार को आरएसएस के एक पूर्व कार्यकर्ता ने अपने समर्थको के साथ मीडिया के सामने अपना दर्द बयां किया। इस शख्स ने जो अपनी दास्तां बया किया उसे सुनकर आप लोग भी हैरान हो जायेगें।
करंजाकला ब्लाक के सरायखाजा गांव के निवासी मैन बहादुर सिंह ने बताया कि मैं नौ वर्षो तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का पूर्ण कालिक प्रचारक रहा उसके बाद मैं घर लौटकर जीवन यापन करने के लिए बिजली विभाग के सिद्दीकपुर जासोपुर में संविदा पर सुरक्षाकर्मी के रूप में कार्य कर रहा था। एक दिन मंत्री के भाई श्याम बाबू यादव रात 8 बजे अपने 10 से 12 समर्थको के साथ आये मुझसे उन्होने गेट खोलने को कहा तो मैने उन्हे बताया कि रात किसी को भी अंदर आने की अनुमति नही है इस लिए मैं गेट नही खोल सकता जिससे नाराज होकर उन्होने मुझे भद्दी भद्दी गालियां देते हुए कहा कि मेरा भाई प्रदेश सरकार में मंत्री है मैं तुम्हे तत्काल नौकरी हटवा सकता हूं उसके बाद भी मैने गेट नही खोला तो मुझे नौकरी से हाथ धोना पड़ गया।
उसके बाद मैं जीवन यापन के लिए कई जगह नौकरी की तलास में गया लेकिन मंत्री जी की वजह से मुझे कही पर नौकरी नही मिली।
थकहारक मैं धन्नेपुर शकरमंडी में स्थित कबीर मठ में रहने लगा लेकिन वहां पर पूर्व की सपा सरकार के भू माफियाओं की नजर मठ के सम्पत्ति व जमीन पर थी। मठ की जमीन को बचाने के लिए मैं संघर्ष करने लगा यहां तक की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक प्रार्थना दिया। उसके बाद मंत्री गिरीश चंद्र याद उन भू माफियाओं के समर्थन में आ गये।
शहीद राजेश सिंह द्वार के निर्माण में भी मंत्री रोड़ा अटकाया बाद में किसी तरह बनकर तैयार हुआ तो मंत्री आनन फानन उसका लोकार्पण करके अपन श्रेय लेने में जुट गये।
मैन बहादुर ने राष्ट्रीय अध्यक्ष,राष्ट्रीय संगठन मंत्री,गृहमंत्री, मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष संगठन मंत्री क्षेत्रीय अध्यक्ष और जिलाध्यक्ष को अपना दर्द भरा ज्ञापन भेजा है कि कृपया इन्हे पुनः सदर विधानसभा सीट पर टिकट न दिया यदि इन्हे प्रत्याशी बनाया गया तो हम लोग इनका बहिष्कार करेगें। इस लिए किसी साफ सुथरी छवि वाले को मैदान में उतारा जाय जिससे हम लोग एक फिर यूपी में कमल खिलाकर पुनः योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बना सके।