तीन बच्चों के धनात्मक पाए जाने पर विभाग ने बड़े पैमाने पर कराया टीकाकरण
यूनीसेफ और डब्ल्यूएचओ ने अभियान में किया सहयोग जौनपुर, 14 मार्च 2023 । स्वास्थ्य विभाग ने कटघरा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर ब्लड सैम्पलिंग कराई जिसमें तीन बच्चे एक डेढ़ माह का तथा दो तीन वर्ष के, धनात्मक पाए गए। इसके चलते स्वास्थ्य विभाग ने यूनीसेफ तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के सहयोग से नौ माह से पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को मीजिल्स-रुबेला (एमआर) टीकाकरण से आच्छादित कराया। अभियान के दौरान कटघरा क्षेत्र में 387 बच्चों का एमआर का टीकाकरण किया गया। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी (डीआईओ) डॉ नरेन्द्र सिंह ने बताया कि एमआर टीकाकरण से छूटे बच्चों टीका से प्रतिरक्षित किए जा रहे हैं। आशा कार्यकर्ताओं ने दो वर्ष से पांच वर्ष तक के छूटे हुए बच्चों की सूची तैयार की है। बुधवार और शनिवार के नियमित टीकाकरण सत्रों के अलावा पखवाड़ा के दौरान सप्ताह के हर दिन अतिरिक्त टीकाकरण सत्र लगाया जा रहा है। इसमें किसी कारणवश छूटे बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण किया जा रहा है। इस वर्ष दिसंबर 2023 तक एमआर की बीमारी का उन्मूलन करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए एमआर के सर्विलांस का कार्य मजबूती से कराया जा रहा है। साथ ही विशेष टीकाकरण पखवाड़ा अभियान भी चलाया जा रहा है। इस अभियान में दो चरण पूरे हो चुके हैं। पहला चरण जनवरी में तथा दूसरा फरवरी में चलाया गया था। तीसरा चरण 13 मार्च से शुरू हो चुका है। एमआर रोगियों की जांच होने के बाद रिपोर्ट में धनात्मक आने के बाद शहरी क्षेत्र दो वार्डों में बांट कर 16 टीकाकरण टीमों के माध्यम से नौ माह से पांच वर्ष तक के सभी बच्चों का टीकाकरण कराया गया ताकि क्षेत्र में एमआर के मरीज मिलने बंद हो जाएं और इसका प्रसार न होने पाए। इसके पहले करंजाकला, खुटहन और बदलापुर ब्लाक क्षेत्र में एमआर के धनात्मक रोगी पाए जाने पर संबंधित मातृ-शिशु कल्याण केन्द्र पर जांच टीमें बनाई गई थीं एवं 10-10 टीकाकरण टीम द्वारा मातृ शिशु कल्याण केन्द्र के सभी गांवों में नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को 1785 एमआर का टीकाकरण किया गया। कटघरा क्षेत्र में यूनीसेफ की जिला मोबलाइजेशन समन्वयक (डीएमसी) गुरदीप कौर, ब्लाक मोबलाइजेशन समन्वयक बीएमसी शीला ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।