September 19, 2024

पुरानी पेंशन बहाली तक संघर्ष जारी रहेगा—– अटेवा

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अटेवा जौनपुर की एक बैठक जिला मीडिया प्रभारी इंदु प्रकाश यादव की अध्यक्षता मे जिला कलेक्ट्रेट मे हुई, जिसमे NPS निजीकरण के विरोध में पेंशन शंखनाद रैली जो कि लखनऊ में 21 नवंबर को होनी है की तैयारी की चर्चा की गयी।
अटेवा जौनपुर के जिला महामंत्री संदीप कुमार चौधरी ने NPS और निजीकरण को देश के लिए दुर्भाग्य पूर्ण बताया।उन्होंने बताया कि NPS शिक्षको,कर्मचारियों पर थोपा गया एक ऐसा अन्याय पूर्ण आर्थिक बोझ है जिससे वह अपने 60 से 62 साल के जीवन तक खुद की सैलरी से कटौती करके एकत्र करता है यदि 60 साल के बीच में उसे किसी कारण से रिटायरमेंट लेना पड़े तो उसे कुछ भी नहीं मिलता।
अटेवा जौनपुर के जिला कार्यक्रम प्रभारी इंदु प्रकाश यादव ने बताया कि NPS में 14% नियोक्ता और 10% कर्मचारी के लगभग 24% पैसा इन्वेस्ट हो रहा है। लेकिन मजे की बात यह है जिस सरकार ने भी नई पेंशन स्कीम बनाई उसने यह पैसा शेयर मार्केट में लगा दिया यानी कि व्यापारियों के लिए यह 24% तय कर दिया गया और यह 24% शेयर मार्केट में उन व्यापारियों के हाथों में सौंप दिया गया जो आए दिन दिवालिया होते रहते हैं या खुद की कंपनियों को जानबूझकर दिवालिया घोषित करके विदेश भाग जाते हैं।
और जब आप 60 से 62 साल के बाद रिटायर होते हैं तो आपके हाथों में होता है अनियमितता का एक ऐसा जाल जहां आपको नहीं पता कि आपके पिछले 40 साल का पैसा किस शेयर मार्केट में और किस कंपनी में इन्वेस्ट हुआ था। हो सकता है अचानक ही सुनने को मिले कि वह कंपनी तो डूब गई । रिटायरमेंट पर मिलने वाला पैसा आपको किसी बीमा कंपनी में इन्वेस्ट करना होगा जो तय रकम का ब्याज आपको देगी और वही आपकी पेशन होगी।जिला उपाध्यक्ष डा राजेश उपाध्याय ने 21 नवम्बर को लखनऊ चलने का निवेदन किया। साथ ही सरकार से बुढ़ापे की लाठी और सहारा दोनों ही पुरानी पेंशन के द्वारा ही संभव है।इसलिए सरकार इसके बहाली पर विचार करे नही तो अटेवा मंच को बड़ा आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इस मौके पर जगदीश यादव व सुरेंद्र सरोज को सदस्य जिला कार्यकारिणी व शशि राय को ब्लॉक संयोजक मुफ्तीगंज के पद की जिम्मेदारी जिला संयोजक चन्दन सिंह ने दी , उन्होंने बताया कि इससे अटेवा और मजबूत होगा तथा लखनऊ में जौनपुर से हजारों की संख्या में लोग पहुचेंगे। इस मौके पर संदीप यादव, टी एन यादव, अखिलेश यादव,रत्तिलाल निषाद, रवीश यादव, शिवबचन यादव , अजय मिश्रा, शांत सिंह , आनन्द निषाद, मनीष यादव, यादवेंद्र यादव , विनोद यादव, रघुराज यादव सहित तमाम साथी उपस्थित रहे।

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