विश्वविद्यालय कर्मियों ने 4 सूत्री मांग पत्र को लेकर कुलपति कार्यालय का किया घेराव

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पूविवि प्रशासन पर कार्य परिषद को अंधकार में रखने का लगाया आरोप

जूनियर कर्मचारियों को प्रोन्नत करने पर बढ़ा है विवाद

जौनपुर

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ ने शनिवार की सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक विश्वविद्यालय के कुलपति निर्मला एस मौर्य के कार्यालय का घेराव किया। लेकिन विश्वविद्यालय के कुलपति ने कर्मचारी से मिलने की कोई जहमत नहीं उठाई।

पूर्वांचल विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ अध्यक्ष रामजी सिंह महामंत्री केशव यादव व उपाध्यक्ष रामजस मिश्रा के नेतृत्व में संघ ने शनिवार को सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक कुलपति कार्यालय का घेराव किया लेकिन कुलपति ने कर्मचारियों से मिलने की कोई जहमत तक नहीं उठाई।जिसमें कर्मचारियों ने बताया की पूर्व में कुलसचिव से हुई बातचीत के बारे में कहा कि सीनियर के बजाय जूनियर कर्मचारियों को रिक्त नियमित पद के सापेक्ष विनियमित करने का विरोध जताया।कुलसचिव को पत्र सौंपते हुए कहा कि जल्द से जल्द कर्मचारी समस्याओं का निराकरण किया जाए नहीं तो कर्मचारी आंदोलन का रुख अख्तियार करेंगे। कर्मचारियों ने अपनी पहली मांग रखते हुए कहा विश्व विद्यालय में कार्यरत समस्त कर्मचारियों की वरिष्ठता सूची अविलम्ब प्रकाशित करते हुए रिक्त पदों को वरिष्ठता के आधार पर समायोजन किया जाए। 2001 तक संविदा,तसर्थ रूप से कार्यरत कर्मचारियों को रिक्त पदों पर विनियमितीकरण करने की कार्रवाई का सर्वसम्मति से विरोध किया गया। और 1991 के 109 कर्मचारियों को नियमित पद पर समायोजित करने की बात कही गई । अधिसंख्य पद पर कार्यरत कर्मचारियों की आकस्मिक मृत्यु हो जाने के बाद उनके पाल्यों को विश्वविद्यालय द्वारा नियुक्ति प्रदान नहीं की गई है।जबकि 2021 में ही कार्य परिषद में नियुक्ति करने पर फैसला लिया जा चुका है। विश्वविद्यालय के नियमित व विनियमित द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों के द्वारा संगठन के समक्ष बात रखी गई। कर्मचारियों ने कहा प्रमोशन व समायोजन विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा नहीं किया जा रहा है। जिससे कर्मचारी काफी क्षुब्ध हैं। और इसका प्रभाव कार्यों पर भी पड़ रहा है। कर्मचारियों ने कहा कि समस्याओं का समय रहते समाधान नहीं किया गया तो लोग आत्मदाह करने को मजबूर होंगे। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।

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