कुलसचिव कार्यालय में लटकी 50 से अधिक बीएड कालेजों की संबद्धता

Share

जौनपुर

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलसचिव कार्यालय में 50 से अधिक बीएड कालेजों की संबद्धता की फाइल फंसती नजर आ रही है। बीएड विभाग ने एनसीटीई को पत्र मेल करने के लिए एक सप्ताह पूर्व रजिस्ट्रार कार्यालय में दिया। उदासीनता के चलते पत्र मेल नहीं किया गया। इस वजह से कालेजों के सत्यापन और निरीक्षण मंडल का कार्य बाधित है।

कालेज संचालकों का आरोप है कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध बीएड कालेजों की पहली संबद्धता की तिथि दस मई है और पिछले एक सप्ताह से संबद्धता पत्र एनसीईटी को मेल भेजे जाने के लिए कुलसचिव कार्यालय में उदासीनता के चलते पड़ा हुआ है। यह पत्र मेल जाने के बाद ही विश्वविद्यालय द्वारा बीएड कालेजों के भौतिक सत्यापन के लिए पैनल नामित होगा। आरोप है कि बीएड विभाग के लिपिक पत्र लेकर कई बार कुलसचिव कार्यालय गए। कहा कि पत्र जब तक एनसीटीई को मेल नहीं जाएगा तब तक कालेजों का सत्यापन कैसे होगा। कुलसचिव कार्यालय ने यह कहते हुए मेल करने से इन्कार कर दिया कि कालेज वालों से मेरा कोई मतलब नहीं है। संबद्धता से भी मेरा कोई लेना-देना नहीं है। कालेज संचालकों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा संबद्धता का पत्र एनसीटीई को मेल नहीं किया जा रहा है और न ही निरीक्षण मंडल नामित किया जा रहा है, जबकि पत्र सत्यापन होने तक निरीक्षण मंडल नामित किया जा सकता है। विश्वविद्यालय प्रशासन इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। ऐसे में यदि विलंब होता है तो दस मई को मिलने वाली संबद्धता में काफी अड़चन आ जाएगी। जिसका खामियाजा महाविद्यालय संचालकों को भुगतना पड़ेगा। बीएड सत्र 2022-24 के अभ्यर्थियों को दाखिला लेने में दिक्कत उठानी पड़ेगी। उल्टे विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा महाविद्यालय पर तरह-तरह के लापरवाही के आरोप भी लगाए जाएंगे।

वर्जन

जब कालेज संचालकों ने सात-आठ वर्ष पूर्व बीएड की मान्यता ली थी तो उस समय उन्होंने विश्वविद्यालय से संबद्धता क्यों नहीं लिया। इतने वर्ष बाद अचानक अब कालेजों ने संबद्धता के लिए फाइल लगा दिया है। ऐसे में बारीकी से पहले एनसीटीई दिल्ली से सत्यापन कराया जाएगा। इसके बाद ही निरीक्षण मंडल व संबद्धता देने की दिशा में कोई कदम उठाया जा सकता है।

-महेंद्र कुमार, कुलसचिव, पूर्वांचल विश्वविद्यालय।

About Author