स्वास्थ्य विभाग अपनी जिम्मेदारियों के प्रति पूरी तरह से सतर्क – सीएमओ
सीएमओ ने कहा घटनास्थल पर समय से पहुँच रही एंबुलेंस
फोन आते ही नौ मिनट में पहुँचती है एंबुलेंस
जौनपुर, 12/04/2022
जनपद में मंगलवार को एक राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक अखबार में प्रकाशित खबर का स्वतः संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य विभाग ने तत्काल सक्रियता दिखाई है। मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ लक्ष्मी सिंह ने जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारियों को ऐसे मामलों को घटना की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं। सीएमओ ने कहा कि जिले के एम्बुलेंसकर्मियों को फोन आने तथा एम्बुलेंस के मौके पर पहुंचने में अधिकतम नौ मिनट लगता है और मंगलवार को भी तय समय में एंबुलेंस घटनास्थल पर पहुंची। हकीकत में मरीज केतीमारदार दहशत में थे इस कारण उसे ठेले पर ही नजदीक के सरकारी अस्पताल ले गए। सीएमओ ने एंबुलेंसकर्मियों को और चौकन्ना रहने निर्देश दिये हैं। इसके साथ ही विभाग ने इस संबंध में पीड़ित पक्ष (अधिवक्ता) का एक वीडियो भी जारी किया है जिसमें पीड़ित अधिवक्ता खबर के तथ्यों पर नाराजगी जताते दिख रहे हैं।
108 और 102 नम्बर एम्बुलेंस के जिला प्रभारी रोहित कुमार का कहना है कि एम्बुलेंस को मौके पर भेजने के लिए उनके पास 16.26 पर फोन आया। उन्होंने तत्काल एम्बुलेंस को मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया। हालांकि एम्बुलेंस पहले से एक मरीज की सेवा में थी, बावजूद इसके 16.35 पर एम्बुलेंस मौके पर पहुंच गई। उसे पहुंचने में कुल नौ मिनट का समय लगा। जब एम्बुलेंस पहुंची तब तक तीमारदार मरीज को लेकर जा चुके थे।
मृत व्यक्ति के परिचित केराकत बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष छोटेलाल निडर से बुआई बातचीत के बारे में केराकत के प्रभारी चिकित्साधिकारी (एमओआईसी) डॉ एके सिंह ने बताया कि घटनास्थल सीएचसी से 50 मीटर से भी कम की दूरी पर है। 10 कदम चलने के बाद उन्हें एम्बुलेंस के आने की जानकारी हुई। सीएचसी नजदीक होने से एम्बुलेंस के आने तक आसानी से पहुंचा जा सकता था। इसलिए एम्बुलेंस का इंतजार करना उन्होने उचित नहीं समझा। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से भी जारी वीडियो में एडवोकेट छोटेलाल ने खबर में प्रकाशित तथ्यों पर अपनी असहमति जताई है।
इन्सेट …..
आनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने का निर्देश: सीएमओ डॉ लक्ष्मी सिंह ने निर्धारित मानकों का पालन न करते हुए निजी अस्पताल/नर्सिंग होम चलाए जाने की बात कही गई है। सीएमओ ने कहा कि जनपद के सभी झोलाछाप को नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने बिना रजिस्ट्रेशन के नर्सिंग होम/निजी अस्पताल चलाने वालों को तत्काल आनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के लिए निर्देश जारी किया है। आनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने की अंतिम तिथि 30 अप्रैल 2022 तय की है। इसके बाद बिना रजिस्ट्रेशन के पकड़े जाने पर कार्रवाई होगी। सीएमओ ने कहा कि मीडिया में उजागर ऐसे मामलों पर रोक लगाने के लिए लगातार चेकिंग कराई जा रही है।