Jaunpur news होप फैमिली क्लिनिक विवाद में नया मोड़, पत्रकार तामीर हसन “शीबू” पर लगाए आरोपों को बताया बेबुनियाद

होप फैमिली क्लिनिक विवाद में नया मोड़, पत्रकार तामीर हसन “शीबू” पर लगाए आरोपों को बताया बेबुनियाद
पत्रकार संगठनों ने डॉ. नाजिया व उस्मान के खिलाफ कार्रवाई की मांग की
जौनपुर। नगर के मल्हनी पड़ाव स्थित “होप फैमिली क्लिनिक” को लेकर शुरू हुआ विवाद अब नए मोड़ पर पहुंच गया है। क्लिनिक की कथित अवैध गतिविधियों के खिलाफ आवाज उठाने वाले राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा परिषद (पंजीकृत) के जिला अध्यक्ष तामीर हसन “शीबू” पर ही अब मनगढ़ंत आरोप लगाए गए हैं।
डॉ. नाजिया बानो व उनके सहयोगी उस्मान द्वारा तामीर हसन पर रुपए मांगने का आरोप लगाए जाने के बाद पत्रकार संगठनों में आक्रोश व्याप्त हो गया है। संगठनों ने इसे षड्यंत्र करार देते हुए आरोप लगाने वालों पर विधिक कार्रवाई की मांग की है।
तामीर हसन “शीबू” ने स्पष्ट कहा कि “मैंने जो भी कदम उठाए हैं, वे पूरी तरह जनहित में व कानून के दायरे में हैं। यदि मुझ पर लगाए गए आरोपों के कोई तथ्य हों, तो उन्हें सार्वजनिक किया जाए, अन्यथा आरोप लगाने वालों के खिलाफ मानहानि और विधिक कार्रवाई होनी चाहिए।”
उन्होंने इसे क्लिनिक की अवैध गतिविधियों को बचाने का प्रयास बताते हुए प्रशासन का ध्यान भटकाने की साजिश करार दिया।
पत्रकार संगठनों ने एकमत से तामीर हसन का समर्थन करते हुए कहा कि बिना प्रमाण किसी पत्रकार पर आरोप लगाना गंभीर अपराध है, जिसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
गौरतलब है कि तामीर हसन “शीबू” ने 30 जून को स्वास्थ्य मंत्री को जिलाधिकारी जौनपुर के माध्यम से ज्ञापन भेजकर “होप फैमिली क्लिनिक” पर गैरकानूनी प्रसव व गर्भपात जैसी गतिविधियों का आरोप लगाया था। ज्ञापन में क्लिनिक की तत्काल सीलिंग, संचालिका के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने और मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) की भूमिका की जांच की मांग की गई थी।
पत्रकार सुरक्षा परिषद की चार प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:
- “होप फैमिली क्लिनिक” को तत्काल बंद कर संचालिका डॉ. नाजिया बानो पर कानूनी कार्रवाई की जाए।
- मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) की भूमिका की विभागीय जांच कराई जाए।
- जनपद के सभी अवैध नर्सिंग होम/क्लिनिक की विशेष जांच की जाए।
- बिना प्रमाण पत्रकार पर आरोप लगाने वालों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में एफआईआर दर्ज की जाए।
तामीर हसन “शीबू” ने चेतावनी दी है कि यदि मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो वे मानवाधिकार आयोग, राष्ट्रीय महिला आयोग एवं उच्च न्यायालय में याचिका दायर करेंगे।
इस पूरे मामले में जिले के पत्रकारों व सामाजिक संगठनों ने एकजुटता दिखाते हुए तामीर हसन के समर्थन में आवाज बुलंद की और निष्पक्ष जांच की मांग की।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से प्रदेश संगठन मंत्री सुरेश शर्मा, मंडल अध्यक्ष राजेश कुमार गौतम, मंडल प्रभारी अमन विश्वकर्मा, जिला प्रभारी शशिकांत मौर्य, स्वतंत्र कुमार, डॉ. इम्तियाज़ सिद्दीकी, संजय सिंह, इज़हार हुसैन, मनीष श्रीवास्तव, रियाजुल हक़, राहुल गुप्ता, अनवर हुसैन, रवि केसरी, सुजीत वर्मा, कलीम सिद्दीकी, अमित तिवारी (विधिक सलाहकार), मोहम्मद अल्ताफ, मोहम्मद हारून, रवि सिन्हा (मड़ियाहूं), गंगेश निगम, कपिल देव सिंह, हिमांशु विश्वकर्मा, अभिषेक सिकंदर भारती, चंदन जायसवाल, शशांक शेखर, विजय उपाध्याय, शैलेन्द्र अग्रहरी, जितेन्द्र सिंह (बदलापुर), संतोष कुमार, विशाल गौतम (मछलीशहर), दीप नारायण उपाध्याय सहित कई पत्रकार उपस्थित रहे।
इस संबंध में जानकारी पत्रकार संगठन के मीडिया प्रभारी मोहम्मद अरशद द्वारा दी गई।