मारपीट के लिए सुरक्षित ठिकाना बनता जा रहा जलालपुर थाना क्षेत्र

जौनपुर। जलालपुर थाना क्षेत्र इन दिनों कानून-व्यवस्था को लेकर सुर्खियों में है। कल हैरान कर देने वाली एक घटना सामने आई, जिसमें वाराणसी से आकर एक नेता पर खुलेआम भरे महफिल में थप्पड़ों की बौछार कर दिया। आश्चर्य की बात यह रही कि हमलावर आराम से मौके से फरार हो गया और बिना किसी डर के अपने घर लौट गया। यह घटना दर्शाती है कि हमलावर को जलालपुर क्षेत्र में पुलिस या कानून का कोई भय नहीं था — संभवतः इसी वजह से उसने इस क्षेत्र को घटना के लिए चुना।
घटना बीते मंगलवार जलालपुर थाना क्षेत्र के नहोरा (आशापुर) गांव में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान हुई। जहां सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंन्द्र राजभर को भरे महफिल में पीट दिया गया। उन्हें और कार्यक्रम में जाना था लेकिन वह
पिटाई के बाद थाने पर आयें और पिटाई करने वाले बृजेश राजभर की शिकायत की। और वह सीधे आपने घर को लौट गयें। वहीं,आरोपित बृजेश राजभर खुलेआम घूम-घूमकर मीडिया चैनलों पर बयान दे रहा है और अपनी सफाई पेश कर रहा है, लेकिन उसके खिलाफ अब तक कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई है।
इस घटना ने न सिर्फ स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि यह भी उजागर किया है कि कैसे मंच से अनुशासन की बातें करने वाले पूर्व नेता बृजेश राजभर अपने व्यवहार में नियंत्रण खो बैठते हैं।
आपको बता दे कि जलालपुर थाना क्षेत्र में बीते कुछ दिनों से मारपीट के घटनाओं में इजाफा हुआ है और मारपीट की दर्जनों मामलें सामने आयें है कोई पुलिस बूथ के सामने पिट रहा है तो कोई अपने घर में पिट रहा है,गांव में भी लोग सुरक्षित नहीं है। हैरानी की बात यह सामने आ रहीं है कि पीड़ितों की थाने में कोई सुनवाई नहीं हो रही। कई मामलों में पीड़ितों को डांटकर भगा दिया जाता है या थाने में ही बैठा लिया जाता है, जिससे आम लोगों में पुलिस के प्रति असंतोष बढ़ता जा रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की निष्क्रियता ने क्षेत्र को अराजकता की ओर धकेल दिया है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस बिगड़ती स्थिति पर लगाम लगाने के लिए क्या कदम उठाता है।