Jaunpur news इंटरसिटी ट्रेन से गिरकर यात्री की मौत

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इंटरसिटी ट्रेन से गिरकर यात्री की मौत

बहराइच के सुजौली का निवासी था मृतक

खेतासराय में पहुंचकर परिजनों ने की पहचान

रिपोर्ट इन्द्रजीत सिंह मौर्य

Jaunpur news खेतासराय, जौनपुर।
वाराणसी शाहगंज रेल प्रखंड पर खेतासराय थाना क्षेत्र के
मनेछा गांव के पास बीती रात ट्रेन से गिरकर 35 वर्षीय
एक यात्री की मौत हो गई।
मृतक की पहचान फिरोज पुत्र शुभराती के रूप में हुई है। वह
बहराइच जनपद के ग्राम बरखड़िया गांव का निवासी था। जौनपुर से इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन पड़कर बहराइच जा रहा था। मृतक की पहचान कराने में खेतासराय पुलिस ने सराहनीय काम किया है।
खेतासराय थानाध्यक्ष रामाश्रय राय को ग्रामीणों ने सूचना दी कि खेतासराय जौनपुर रेल मार्ग के मनेछा गांव स्थित गेट नम्बर 53 सी के पास 35 वर्षीय एक युवक इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन से गिरकर घायल पड़ा है। ग्रामीणों ने 108 एंबुलेंस पर तत्काल सूचना देकर उसे बुलाने का प्रयास किया। लेकिन डेढ़ घंटे तक एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंची । आखिरकार ग्रामीण पुलिस की मदद से एक ऑटो में लाद कर घायल को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सोंधी में उपचार के लिए भर्ती कराये। यहां भी कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं होने के कारण मरीज का प्राथमिक उपचार कर आनन फानन में उसे जिला अस्पताल भेज दिया गया।
चिकित्सकों का कहना है कि घायल के शरीर से अधिक रक्त बहने के कारण उसकी जान चली गई। इतना सब कुछ होने तक उसकी पहचान नहीं हो सकी थी । लिहाजा पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम मर्चरी हाउस में रखवा दिया।
खेतासराय थानाध्यक्ष रामाश्रय राय ने इस संबंध में बताया कि
घटना के बाद खेतासराय पुलिस टीम को शाहगंज जंक्शन रेलवे स्टेशन और जीआरपी से संपर्क कर छानबीन के लिए लगाया गया था। जिसका परिणाम यह हुआ कि मृतक के शव की पहचान फिरोज पुत्र शुभराती निवासी ग्राम सुजौली थाना बरखड़िया जनपद बहराइच के रूप में हुई है।
थानाध्यक्ष श्री राय ने बताया कि मृतक युवक लेबर का काम करता था। वह जौनपुर भंडारी रेलवे स्टेशन से इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन पड़कर अपने कुछ साथियों के साथ बहराइच जा रहा था । खिड़की के पास बैठा होने के चलते असावधानी वश यह घटना घट गई।
मृतक फिरोज के परिवार से माता-पिता भाई व अन्य खेतासराय थाना पहुंचे । यहां उन्होंने शव की पहचान की है।

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एंबुलेंस न मिलने से युवक की चली गई जान

खेतासराय जौनपुर।
वाराणसी अयोध्या रेल प्रखंड पर ट्रेन से गिरकर घायल होने वाले 35 वर्षीय फिरोज अहमद को अगर समय से एंबुलेंस की मदद मिलती । वह जिला अस्पताल पहुंच जाता तो उसकी जान शायद बचाई जा सकती थी। जिला अस्पताल के चिकित्सकों का यहीं कहना है कि मृतक के शरीर से अधिक रक्त बहने और उपचार देर से मिलने के कारण उसकी जान चली गई । नहीं तो उसे बचाया जा सकता था।
शाबाशी तो उन ग्रामीणों को देनी चाहिए जिन्होंने एक अपरिचित इंसान की मदद के लिए खुद आगे बढ़कर ऑटो रिक्शा में लाद कर उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया।

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