प्रकृति इंसानियत का संदेश देती है- शायर अहमद निसार
प्रकृति इंसानियत का संदेश देती है- शायर अहमद निसार
व्यक्तित्व,प्रकृति,सेवा, मानवता हम सब की पहचान-डॉ पीसी विश्वकर्मा
(पंक्ति) शायर अहमद निसार
मैं दरिया हूं सबकी प्यास बुझाता हूं
मैं सूरज हूं आंगन आंगन जाता हूं
मैं क्या जानू हिंदू मुस्लिम
मैं क्या जानू हिंदू मुस्लिम
जौनपुर-मोहम्मद हसन पीजी कॉलेज के सौदागर हाल में राष्ट्रीय सेवा योजना के समापन अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ पीसी विश्वकर्मा एवं मुख्य अतिथि शायर अहमद निसार एवं विशिष्ट अतिथि अवधूत भगवान राम पीजी कॉलेज सोनभद्र के प्राचार्य डॉ अजय विक्रम सिंह, कवि सभाजीत(प्रखर) रहे। कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत गीत के साथ स्वयं सेविका रिया ने किया
प्राचार्य डॉ अब्दुल कादिर खान ने मौजूद अतिथियों को बुके देकर सभी का स्वागत एवंम अभिनंदन किया अतिथियों को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्रम भी भेंट की गई और कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना हम सब को सेवा करने का मौका देता है
कार्यक्रम में कलाम मंच से जनपद के कई शायर एवं कवि ने गजल, नात,कविता के माध्यम से अपने अनुभव से लोगों को अवगत कराया।
मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा जिस तरह से बहता हुआ दरिया हर प्यासें की प्यास बुझाता है, दरिया ना तो हिंदू देखता है ना मुसलमान वह सिर्फ इंसानियत का पैगाम देता है इसी प्रकार राष्ट्रीय सेवा योजना का हर सदस्य समाज के असहायों की मदद करता है इसी लय में शायर अहमद निसार जी अपनी कुछ पंक्तियां,
ताज,अजंता सब मेरे स्मारक है
खजुराहो के बीम्ब मेरे प्रचारक है
प्रेम हूं मैं हृदय हृदय बस जाता हूं
मैं क्या जानू हिंदू मुस्लिम
कवि सभाजीत प्रखर ने अपने संबोधन में कहा बालिकाओं को शिक्षा के साथ-साथ निडर होना चाहिए जिससे वे बड़ी से बड़ी चुनौतियां को निरन्तर संघर्ष एवं निडरता से पार कर सकती हैं
कलाम मंच शायर डॉ अजय विक्रम ने अपने संबोधन में कहा कि डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन हर युवा के लिए प्रेरणास्रोत है एवंम झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की बहादुरी बेटियों को सशक्त बनाती है
कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ पी.सी विश्वकर्मा ने अपने संबोधन में कहा व्यक्तित्व की पहचान होना आवश्यक है बेटियों से ही परिवार,समाज एवंम राष्ट्र का उत्थान सम्भव है
सात दिवसीय शिविर में अपनी प्रतिभाओं का वाले प्रदर्शन करने वाले स्वयंसेवक एवं स्वयंसेविकाओं को हमारे अतिथियों द्वारा मेडल पहनकर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर डीएलएड प्रभारी डॉ आरपी सिंह,अब्दुल हक अंसारी,समाजसेवी दिव्या गुप्ता,कवित्री डॉ विभा तिवारी, युवा कवि डॉ अमरित प्रकाश,वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ राकेश कुमार बिंद,डॉ विवेक विक्रम सिंह,डॉ प्रेमलता गिरी,डॉ नीलेश सिंह,डॉ ममता सिंह,डॉ डीएन उपाध्याय,डॉ प्रज्ञा मिश्रा, डॉ आकांक्षा,डॉ अंकिता,डॉ प्रवीण यादव,डॉ तकरीम फातिमा, डॉ सोनम विश्वकर्मा,डॉ अदिति,सुमित सिंह एवंम छात्र-छात्राओं की काफी मौजूदगी रही संचालन अहमद अब्बास खान ने अपने सहयोग से कार्यक्रम को सफलता पूर्वक संपन्न कराने में अपना योगदान दिया।