सरसों की कटाई-मड़ाई में युद्ध स्तर पर हैं जुटे किसान

सरसों की कटाई-मड़ाई में युद्ध स्तर पर हैं जुटे किसान
बीच -बीच में गरज -चमक के साथ बूंदाबांदी से परेशान किसान, पिछले चार-पांच दिनों से आसमान में बादलों के न होने होने और अच्छी धूप खिलने से मछलीशहर तहसील क्षेत्र के किसान इस समय पकी हुई सरसों की कटाई-मड़ाई में युद्ध स्तर पर जुट गए हैं। पिछले दो-तीन वर्षों से अच्छी पैदावार के चलते तहसील क्षेत्र के किसान सरसों की खेती की ओर आकर्षित हुए हैं ।लागत कम होने और दाम ऊंचा रहने के कारण सरसों की खेती से अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं।इस वर्ष भी कीट आदि से मुक्त होने के कारण सरसों की फसल अच्छी ही है किंतु कटाई-मड़ाई के समय बीच-बीच में मौसम खराब होने के कारण किसान तैयार सरसों की कटाई-मड़ाई को लेकर चिंतित रहे हैं। खेतों में कुछ किसान मजदूरों से फसल की कटाई कराकर थ्रेसर से मड़ाई करा रहे हैं तो कुछ किसान हार्वेस्टर से सरसों की कटाई- मड़ाई करा रहे हैं।यह विकास खंड मछलीशहर के गांव बामी का रविवार का दृश्य है जहां हार्वेस्टर से सरसों की कटाई-मड़ाई हो रही है ।गांव के किसान राकेश सिंह कहते हैं कि सप्ताह भर मौसम की मेहरबानी ऐसे ही बनी रहती तो 80 से 90 प्रतिशत किसानों की सरसों की कटाई-मड़ाई का कार्य पूरा हो जाता। मौसम का रुख देखते हुए ऐसे किसान जिन्होंने सरसों की बुआई ज्यादा क्षेत्रफल में की हैं वे जल्दी कटाई -मड़ाई का कार्य पूरा करने के लिए हार्वेस्टर से ही कटाई -मड़ाई कराने को प्राथमिकता दे रहे हैं।