5 पीएचडी इंक्रीमेंट और प्रोफेसर पद नाम को लेकर शिक्षकों ने विश्वविद्यालय पर धरना दिया
प्रोफेसर राजेंद्र सिंह रज्जू भैया राज्य विश्वविद्यालय प्रयागराज से संबंध सभी एडेड डिग्री कॉलेज के शिक्षकों ने आसुआक्टा के अध्यक्ष माननीय डॉ पी के सिंह व महामंत्री डॉ रणनंजय सिंह के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री को 25 सूत्री मांग कुलपति के प्रतिनिधि डॉ आर के गुप्ता के माध्यम से ज्ञापन दिया गया। राज्य विश्वविद्यालय से संबद्ध चार जनपद प्रयागराज प्रतापगढ़ कौशांबी फतेहपुर के समस्त डिग्री कॉलेजों के शिक्षकों ने सरकार की कड़ी आलोचना की एक ही स्वर में सब लोगों ने मांग दोहराई यूजीसी रेगुलेशन 2018 को अतिशीघ्र लागू किया जाए नहीं तो 3 जनवरी 2022 को विधानसभा घेराव करने के लिए प्रदेशभर के सारे शिक्षक विधानसभा भवन की तरफ कूच करेंगे।
डॉ पी के सिंह ने हुंकार भरी आपके संख्या बल ही हमारी ताकत है और इसी ताकत के आगे विश्वविद्यालय हमारी हितों को अनदेखा नहीं कर सकती और सरकार को हमारी संख्या बल हमारी ताकत का एहसास कराना पड़ेगा। डॉक्टर रणंजय सिंह ड्यू डेट से प्रोफेसर बदनाम ना देने के कारण सरकार को तानाशाह बताया।
डॉक्टर अखिलेश मोदनवाल ने शिक्षकों को मांगों के संदर्भ में अपने नारों से विश्वविद्यालय परिसर में गूँज भरी पांच इंक्रीमेंट हक है हमारा लेकर रहेंगे….लेकर रहेंगे….ड्यू डेट से प्रोफेसर पदनाम हक है हमारा लेकर रहेंगे….लेकर रहेंगे….. धरना प्रदर्शन में इंदु रेखा डॉ आर पी सिंह, डॉ माया शंकर, डा पी के पचौरी, डॉ शशिकांत त्रिपाठी, डॉ रेनू, डॉ आर पी तिवारी, डॉ एस नारायण, डॉ अनुराग त्रिपाठी और डॉ देवेश कुमार सिंह ने जोरदार तरीके से सरकार का विरोध करते हुए विभिन्न पहलुओं पर सरकारी व विश्वविद्यालय तंत्र के द्वारा की जा रही तानाशाही के खिलाफ आवाज बुलंद की।
अध्यक्ष में “स्ट्राइक द आयरन व्हाईल इट्स हॉट” के कोटेशन के साथ आह्वान किया। आज चुनाव का मौसम है शिक्षक एकजुट है यूजीसी रेगुलेशन 2018 के नियमों को मनवाने के लिए सरकार को उसके हठधर्मिता से हिलाया जा सकता है यदि आज हमारी मांगे नहीं सुनी गई तो आगामी 4 साल तक शिक्षकों के हित की बातें ठंडे बस्ते में डाल दी जाएगी। शिक्षक संघ जिला अध्यक्ष प्रतापगढ़ डॉ पी के सिंह ने कार्यकारिणी से मांग की। मानदेय पर कार्यरत क्लर्क शिक्षकों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं यह बात कुलपति और परीक्षा नियंत्रक को बताई जाए ।
डॉ शशिकांत, डॉक्टर ईश नारायण वह डॉक्टर अखिलेश मोदनवाल ने आवाज में आवाज मिलाकर कहां हम भले कम हैं परंतु हर शिक्षक 1000 बच्चों के साथ होता है और जिन बच्चों को शिक्षा देते हैं वो प्राइमरी के बच्चे नहीं हैं कि जिन को मताधिकार नहीं प्राप्त है। डिग्री कालेज के शिक्षक के आवाहन पर विद्यार्थी शिक्षकों के संग हो जाएगी इसलिए सरकार को हमारी बल का एहसास होना चाहिए। डा शशिकांत ने इस बात पर चिंता जाहिर की जब हमारे ही बीच का कोई शिक्षक शिक्षा मंत्री उप मुख्यमंत्री बनता है तो हमारे ही अधिकारों को ज्यादा कुचलता है।
आज के धरना प्रदर्शन में सैकड़ों शिक्षक शामिल होकर एक स्वर में कहा सरकार शीघ्र में पांच इंक्रीमेंट और ड्यू डेट से प्रोफेसर पद नाम दे दे नहीं तो 3 जनवरी 2022 को सामूहिक अवकाश लेकर हम विधानसभा का घेराव करेंगे।