November 18, 2025

दवा खिलाने के साथ शंका भीदूर कर रहे स्वास्थ्य कार्यकर्ता

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दूर हुआ संशय, 50 लोगों ने खाई फाइलेरिया रोधी

कामयाबी
स्वास्थ्य विभाग, पीसीआई और स्थानीय प्रभावशाली लोगों के प्रयास को मिली सफलता
लाभार्थियों के मन में हो रही दुविधा का भी किया समाधान

जौनपुर,

जनपद में चल रहे मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) अभियान में स्वास्थ्य टीम को विभिन्न अनुभव मिल रहे हैं। इसी क्रम में करंजाकला ब्लाक के चार गांवों देवकली, खानपुर, कुद्दूपुर, जासोपुर गांव के 91 लोगों ने फाइलेरिया की दवा खाने से पहले एकदम मना कर दिया। फिर स्वास्थ्य टीम ने बीमारी और दवा के बारे में पूरी जानकारी दी। परिणाम में 51 लोगों ने दवा खा ली। हालांकि शेष 40 ने भी शीघ्र दवा खा लेने हामी भरी है। वहीं सिकरारा ब्लाक अंतर्गत भरतीपुर के प्राथमिक स्कूल की हेडमास्टर प्रमिला देवी, कोटेदार गजराज भारती के साथ मिलकर इनकार करने वाले 12 घरों के 56 सदस्यों से मुलाकात की। इस दौरान 34 लोगों ने स्वास्थ्यकर्मियों के सामने तुरंत ही फाइलेरिया रोधी दवा खा ली। शेष भी शीघ्र खा दवा खा लेने के लिए कह रहे हैं।
सिकरारा और करंजाकला ब्लाक तो सिर्फ उदाहरण हैं। ऐसे कई लोग हैं जो फाइलेरिया को लेकर भ्रम में हैं। इन सभी को जब स्वास्थ्य टीम अपने सामने दवा खाने के लिए कहती है तो वह कई तरह सवाल करते हैं। कई तरह के बहाने भी बनाते हैं। लेकिन स्वास्थ्य टीम से जब उनके सवालों के जवाब उनको मिल जाते हैं तो अधिकतर तत्काल स्वास्थ्य टीम के सामने ही दवा का सेवन कर लेते हैं।
जिला मलेरिया अधिकारी डीएमओ बीपी सिंह ने बताया कि जिन लोगों को कोई ऐसी गंभीर बीमारी जिसमें जान जाने का खतरा है, उन्हें यह दवा नहीं खानी है। दो वर्ष से कम उम्र के बच्चे और गर्भवती को दवा का सेवन नहीं करना है। बाकी सभी लोगों को दवा खानी है।
पीसीआई की डिस्ट्रिक्ट कोआर्डिनेटर सरिता मिश्रा ने बताया कि दवा खाने से बचने के लिए बहाने बिल्कुल भी नहीं करें। जैसे – अभी पान खाए हैं, अभी सर्दी-खांसी है, बाद में खा लेंगे आदि। आज का यही बहाना आपको जीवनभर के लिए मुसीबत में डाल सकता है।

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