ओपीडी के 10 प्रतिशत तथा ब्लाक की जनसंख्या के 15 प्रतिशत की टीबी की जांच जरूरी बताया
समस्याओं की ली जानकारी, अगली बैठक तक शत प्रतिशत परिणाम लाने के लिए किया प्रोत्साहित जौनपुर, 15 फरवरी 2023 – राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के तहत जिला क्षय रोग चिकित्सालय में मंगलवार को जिला क्षयरोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ राकेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में पिछले माह के संभावित मरीजों की जांच (प्रिजिम्टिव टेस्ट), नोटिफिकेशन, डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) और मरीजों की जियो टैगिंग की उपलब्धियों की समीक्षा की गई। अभी तक की स्थितियों के बारे में जानकारी ली गई। इसके साथ ही उनका निदान कर अगली बैठक में शत-प्रतिशत परिणाम लाने के लिए प्रोत्साहित किया। डीटीओ डॉ राकेश ने कुल वाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में पंजीकृत मरीजों के 10 प्रतिशत की क्षयरोग की जांच कराना जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि हर टीबी यूनिट को ब्लाक की जनसंख्या की जानकारी होनी चाहिए। उस आबादी के 15 प्रतिशत लोगों की टीबी की जांच जरूरी है। उन्होंने पिछले माह संभावित मरीजों की जांच के लिए टीबी यूनिट रामनगर, सिकरारा, नेहरूनगर, शाहगंज, डोभी, मुफ्तीगंज, करंजाकला आदि के पर्यवेक्षकों से एक-एक कर जानकारी ली। किसी ने टीबी यूनिटों की संख्या ज्यादा हो जाने, किसी ने रोगियों के दूसरी नजदीक इकाई में चले जाने को कारण बताया। वहीं पोर्टल पर अंकित आंकड़ों के अनुसार जनवरी माह में रामपुर में 22, शाहगंज में 14, सुजानगंज में 16, मछलीशहर में 34, बदलापुर में 18, मड़ियाहूं में 12, जलालपुर में 13, बरसठी में 22, धर्मापुर में 17, डोभी में 14, रामनगर में एक, सुइथाकला में 20, बख्शा में 30, सोंधी में 18, नेहरू नगर और जिला अस्पताल में 11-11 नोटिफिकेशन की जानकारी मिली। डीटीओ ने सभी को हर माह शत-प्रतिशत नोटिफिकेशन कराने का निर्देश दिया। डीटीओ ने सभी वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षकों (एसटीएस) से मरीजों के घर जाकर उनकी जियो टैगिंग कराने को कहा। साथ ही वर्ष 2019 से अब तक के मरीजों की जियो टैगिंग अनिवार्य रूप से कराने का निर्देश दिया। अभी तक की स्थितियों के लिए किसी ने नेटवर्क का लोकेशन अपडेट करने में दिक्कत आने, बाइक नहीं होने से मौके पर पहुंचने में होने वाली दिक्कतें बताईं। उन्होंने बाइक खरीदने की प्रक्रिया की जानकारी देकर विभागीय लोगों से मदद दिलवाने की बात कही। बैठक में बताया गया कि 1,400 मरीजों के अकाउंट नहीं जोड़े जा पाने से वह डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। उन्होंने इसके लिए पांच दिन का समय दिया और हर हाल में 20 तारीख उनके अकाउंट पोर्टल पर अपडेट कर देने को कहा। एनटीईपी के जिला कार्यक्रम समन्वयक (डीपीसी) डीपीसी सलिल यादव ने बताया कि 20 फरवरी से पांच मार्च के बीच दो चरणों में सक्रिय क्षयरोगी खोज अभियान (एसीएफ) चलेगा। पहले चरण में 20 से 24 फरवरी तक वृद्धाश्रम, कारागार, नवोदय विद्यालय, मदरसों आदि में क्षयरोगी खोजें जाएंगे। 25 फरवरी से पांच मार्च तक पेड अभियान चलेगा। इसमें वही लोग भाग लेंगे जिनकी ड्यूटी लगेगी। इसके लिए उन्हें मानदेय मिलेगा। अभियान के दौरान 435 टीमें हर दिन 55 घरों का भ्रमण कर क्षयरोगियों को खोजेंगी।