राज्यसभा सांसद सीमा द्विवेदी ने सेवानिवृत्त शिक्षकों को किया सम्मानित बीआरसी सिकरारा पर आयोजित हुआ सेवानिवृत्त शिक्षको का वार्षिक अधिवेशन व सम्मान समारोह
सिकरारा(जौनपुर)
राज्यसभा सांसद सीमा द्विवेदी ने कहा शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नही होते हैं।सेवाकाल में रहते हुए वह नौनिहालों को शिक्षा और संस्कार देते हैं तो अवकाश ग्रहण के पश्चात अपने अनुभवों के आधार पर समाज का मार्गदर्शन करते हैं। उक्त बातें वे रविवार को बीआरसी सिकरारा पर उत्तर प्रदेश सेवानिवृत्त प्राथमिक शिक्षक कल्याण परिषद के तत्वावधान में आयोजित वार्षिक अधिवेशन व अवकाश प्राप्त शिक्षकों के सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पद से बोल रही थी।
उन्होंने कहा कि विद्यालय में जो अमिट छाप छोड़ी है उसे भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकारी सेवा में अवकाश प्राप्त करना तो लगा ही रहता है लेकिन अपने समय में जो कार्य किया जाता है उसकी यादें सदा-सदा के लिए रह जाता है। प्रधानाध्यापक ने उनसे समय-समय पर विद्यालय आकर मार्ग दर्शन देते रहने का आग्रह किया। विशिष्ट अतिथि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा.गोरखनाथ पटेल ने कहा कि शिक्षक केवल छात्र ब्यक्तित्व निर्माण ही नही करता अपितु एक बेहतर समाज की नींव भी रखता है। उन्होंने कहा कि सरकारी सेवा में अवकाश प्राप्त करना तो लगा ही रहता है लेकिन अपने समय में जो कार्य किया जाता है उसकी यादें सदा-सदा के लिए रह जाता है। मुख्य अतिथि ने अवकाश प्राप्त शिक्षक यदुनाथ सिंह व अवधेश सिंह को श्री राम आधार सिंह स्मृति सम्मान से सम्मानित किया। इसके साथ ही दर्जनभर अन्य शिक्षकों को अंगवस्त्रम व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। तथा प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अमित सिंह व पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुशील उपाध्याय ब्लाक अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह सहित अन्य पदाधिकारियों ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह व अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया।
अध्यक्षता कर रहे संघ के प्रदेश अध्यक्ष सत्यदेव सिंह ने मुख्य अतिथि को सेवानिवृत्त शिक्षकों के समस्याओं से सम्बंधित सात सूत्रीय मांग पत्र सौपा। आयोजक पूर्व जिलाध्यक्ष राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक विजय बहादुर सिंह ने स्वागत भाषण के जरिए लोगो का स्वागत किया।
वक्ताओं में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित अवकाश प्राप्त शिक्षक सत्य प्रकाश पाण्डेय, शिक्षक नेता अश्विनी सिंह, राजेन्द्र यादव, सन्तोष तिवारी, दिवाकर चौहान, पलकधारी प्रजापति, लाल प्रताप सिंह, राम समुझ गौड़, भगवान सिंह, हरिशंकर सिंह, सुरेन्द्र उपाध्याय, विजय शंकर तिवारी, मातादीन यादव आदि प्रमुख रहे। संचालन राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित
सेवानिवृत्त शिक्षक लल्लन उपाध्याय ने किया।
इस अवसर पर रवि मिश्रा, सन्तोष सिंह, चन्दन सिंह, मुकेश दुबे, संदीप सिंह, सुरेन्द्र प्रजापति, गुलाल सिंह, समई राम यादव, तेज बहादुर चौबे, नन्दलाल लल्लन सिंह, रामजी शर्मा, शांति देवी, त्रिवेणी देवी आदि प्रमुख रहे।