शराब के ठेकों में फिर से उमड़ी भीड़,100 सरकारी ठेकों पर आउट ऑफ स्टॉक!
नई दिल्ली: राजधानी के कई जिलों में शराब (Liquor) की किल्लत हो गई है. वाइन के शौकीन कोटा खत्म होने की खबरों से हैरान-परेशान है. वहीं शराब महंगी होने की खबरों ने भी वाइन लवर्स को परेशान कर रखा है. ऐसा क्यों हो रहा है आइए आपको बताते हैं.
नई आबकारी नीति का असर
जैसा कि अधिकांश लोग जानते हैं कि दिल्ली की सरकार इस साल 2021 में सूबे की नई शराब नीति का ऐलान कर चुकी है. नई आबकारी नीति के तहत दिल्ली में 17 नवंबर से शराब की नई प्राइवेट दुकानें खुलना शुरू होंगी. लेकिन इससे पहले दिल्ली में शराब की कमी होने लगी है. नए नियम का असर दिखने लगा है. इसलिए शराब के सरकारी ठेकों पर ग्राहकों की लंबी-लंबी लाइनें लगना शुरू हो गई हैं.
100 सरकारी ठेकों पर आउट ऑफ स्टॉक,
एक रिपोर्ट के मुताबिक राजधानी दिल्ली के 100 से अधिक सरकारी ठेकों पर शराब खत्म होने की कगार पर है.इनमें से कई ठेकों पर तो शराब, बीयर और वाइन खत्म भी हो चुकी है. अगर ठेकों पर शराब का स्टॉक समय रहते नहीं दिया गया तो आने वाले समय में दिल्ली में शराब के खरीदारों की और लंबी-लंबी लाइनें लगना शुरू हो जाएंगी
धक्का-मुक्की से झगड़े पर उतारू हुए लोग
ऐसे हालातों के बीच लोगों को इन ठेकों पर ब्लैक में शराब मिलने का डर भी सता रह है. कुछ लोग इसलिए भी लाइन में लगे हैं कि कहीं कमी वाली दुकानों पर एकदम से ताले न लग जाएं. लिकर शॉप वालों का कहना है कि शराब ना मिलने पर ग्राहक उनसे झगड़ा और बहत भी कर रहे हैं
सरकारी शराब की दुकान वालों ने बताया कि इसकी असल वजह एक्साइज डिपार्टमेंट से शराब और बीयर का नया स्टॉक ना मिलना है. अगर ठेकों पर नया स्टॉक नहीं आया तो आने वाले दिनों में समस्या और बढ़ सकती है. खासतौर से 12-13 नवंबर के बाद दिल्ली में कुछ ही ठेकों पर शराब और बीयर मिल सकेगी. बाकी तमाम ठेकों पर शराब खत्म हो जाएगी.
अभी भी काफी ठेके ऐसे हैं. जहां अच्छी और महंगे ब्रांड वाली शराब खत्म हो चुकी है. इन ठेकों पर 400 रुपये तक की शराब की मिल रही है. कई ठेकों पर बीयर और वाइन नहीं मिल रही. कुछ लोगों को यह भी लग रहा है कि 17 नवंबर से शराब महंगी हो जाएगी. ऐसे में जनकपुरी जेल रोड, नांगल राया, विश्वास नगर, दरियागंज और रोहिणी समेत दिल्ली के कई इलाकों में कई इलाकों के ठेकों पर शराब खत्म होने की खबरों के बीच लोग शराब की तलाश में दूर-दूर तक निकलने लगे हैं.