अब हर सड़क दुर्घटना की जानकारी देनी होगी आईआरएडी एप पर : सीएमओ
जौनपुर, – देश में प्रति वर्ष डेढ़ लाख से अधिक मौत सड़क दुर्घटना के कारण हो रहीं हैं। इसकी रोकथाम के लिए प्रदेश सरकार बेहद गंभीर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रत्येक सड़क दुर्घटना की जानकारी के लिए हर विभाग को जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं। इसके तहत स्वास्थ्य विभाग में इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डाटाबेस (आईआरएडी) एप विकसित किया गया है जिसमें सभी चिकित्सालय अपने यहां आने वाले सभी दुर्घटना के मामले की पूरी जानकारी आईआरएडी एप पर डाउनलोड करेंगे। इसकी मानीटरिंग स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय द्वारा की जा रही है ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ लक्ष्मी सिंह ने बताया कि सभी चिकित्सालयों को उनके यहां आने वाले दुर्घटना के मरीजों को उपचार के बाद आईआरएडी एप पर डाउनलोड करना शासन ने अनिवार्य कर दिया है, जिससे कि दुर्घटना के बारे में सही जानकारी मिल सके। कुछ दिनों से आवारा पशुओं से भी दुर्घटना के मामले सामने आए हैं। शासन ने इसे गंभीरता से लिया है। इस सूचना को भी आईआरएडी एप पर डाउनलोड करने के शासन ने दिशा-निर्देश जारी किया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभी तक आईआरएडी एप पर दुर्घटना के 57 मामले जनपद जौनपुर से डाउनलोड किये गये हैं।
सड़क दुर्घटना एवं आईआरएडी एप के नोडल अधिकारी डॉ डीके सिंह ने बताया कि देश में प्रति वर्ष डेढ़ लाख से अधिक मौतें सड़क दुर्घटना के कारण होती हैं। एक जनवरी 2021 से अब तक जनपद के विभिन्न ब्लाकों में 5,626 दुर्घटना के मामले चिह्नित किये गये हैं। इनमें से 1,936 मरीजों को भर्ती कर इलाज किया गया है। 1,684 गंभीर मरीजों को उच्च स्तरीय चिकित्सा संस्थानों में रेफर किया गया है। दुर्घटना के कुल मामलों में से 59 मामले आवारा पशुओं से हुई दुर्घटना में चिह्नित हैं। आईआरएडी एप पर सड़क दुर्घटना की फीडिंग होने के बाद ही लाभार्थियों को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) से आच्छादित अस्पतालों में स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से योजना का लाभ मिल सकेगा। दुर्घटना के मामलों में स्वास्थ्य विभाग पीएमजेएवाई योजना से आच्छादित लाभार्थियों का शासन द्वारा निर्धारित मानक पर भुगतान करेगा।
डॉ डीके सिंह ने बताया कि इस एप पर डाटा फीडिंग के लिए सभी ब्लॉक स्तरीय अस्पतालों एवं डाटा आपरेटरों की जनपद स्तर पर मीटिंग कराई जा चुकी है। कलक्ट्रेट स्थित नेशनल इनफार्मेशन सेंटर (एनआईसी) के रोल आउट मैनेजर दीप दीक्षित ने इसमें लोगों को प्रशिक्षण दिया था।
बैठक में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी (डीआईओ) डॉ नरेन्द्र सिंह के अलावा अन्य एसीएमओ भी थे। सीएमओ ने समय-समय पर ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को आईआरएडीएप को अपडेट करने के लिए आदेशित किया है।