48 क्षयरोगियों को गोद ले स्वास्थ्य और पोषण की जिम्मेदारी निभा रही रेडक्रॉस सोसाइटी गोष्ठी

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-रेडक्रॉस दिवस पर सीएमओ ने बताया कि नए रेडक्रॉस भवन में ब्लड बैंक से जरूरतमंदों की मदद होगी

-रेडक्रॉस का उद्देश्य बिना भेदभाव सहायता करना, महामारी, प्राकृतिक आपदा और युद्ध में मदद करना

जौनपुर, 08/05/2022।

विश्व रेडक्रॉस दिवस पर रविवार को मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय सभागार में गोष्ठी हुई। अध्यक्षता कर रहीं सीएमओ डॉ लक्ष्मी सिंह ने कहा रेडक्रॉस सोसाइटी ने जनपद के बड़ी संख्या में जरूरतमंदों की मदद की है। 48 क्षयरोगियों को गोद लेकर उनके पोषण और स्वास्थ्य की देखभाल में सहयोग कर रही है। राजकीय लीलावती महिला चिकित्सालय में रेडक्रॉस के लिए नया भवन बनकर तैयार है। इसमें ब्लड बैंक की स्थापना की जाएगी जो जरूरतमंदों को नि:शुल्क ब्लड प्रदान करेगी। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के हाथों कुपोषित और गरीब बच्चों को ड्राई फ्रूट और पौष्टिक आहार का वितरित किया जाएगा।

   इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी (एसीएमओ) डॉ राजीव कुमार ने रेडक्रॉस संस्था के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रेडक्रॉस का उद्देश्य बिना किसी भेदभाव के लोगों की सहायता करना है। इस संगठन से दुनियाभर के लोग जुड़े हुए हैं। जो महामारी प्राकृतिक आपदा और युद्ध के दौरान लोगों की मदद करते हैं। हर साल विश्व रेडक्रॉस दिवस अलग-अलग संदेशों के साथ अलग-अलग थीम्स पर मनाया जाता है। इस वर्ष के लिए विश्व रेडक्रॉस दिवस की थीम है-मानव दयालु बनें। रेडक्रॉस दुनियाभर में अलग-अलग आपदाओं के समय लोगों की मदद को आगे आती रही है।

   उन्होंने बताया कि स्विट्जरलैंड के जेनेवा शहर में 8 मई 1828 को जन्मे हेनरी ड्यूनेंट रेडक्रॉस के जन्मदिवस पर हर वर्ष विश्व रेडक्रॉस दिवस मनाया जाता है। वह ही रेडक्रॉस संस्था के संस्थापक थे। हेनरी ड्यूनेंट स्विस मानवतावादी, व्यापारी और सामाजिक कार्यकर्ता थे। 1859 में इटली में हुई भयंकर जंग में कई सैनिकों की मौत हो गई और लाखों घायल हो गए थे। घायलों का हाल देख हेनरी ने गांव के लोगों के साथ मिलकर उन सैनिकों की मदद की। इसके बाद 1863 में उन्होंने एक कमेटी बनाई जिसका नाम इंटरनेशनल कमेटी आफ द रेडक्रॉस रखा। विश्व रेडक्रॉस दिवस पहली बार 1948 में मनाया गया। 

     गोष्ठी में रेडक्रॉस सोसाइटी के सदस्य पवन सिंह, आयुष्मान भारत योजना के जिला सूचना प्रणाली प्रबंधक हिमांशु शेखर सिंह, डीसीपीएम मोहम्मद खुबैब, ईपीडिमियोलाजिस्ट डॉ जिया-उल-हक आदि मौजूद रहे। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम कलक्ट्रेट स्थित एनआईसी भवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में लखनऊ में चल रहे कार्यक्रम शामिल हुई।

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