असिस्टेंट प्रोफेसर, रसायन विज्ञान के चयन के परिणाम पे लगा ग्रहण

30 अक्टूबर 2021 को उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग, प्रयागराज के द्वारा रसायन विज्ञान विषय में असिस्टेंट प्रोफेसर पद हेतु हुए लिखित परीक्षा के लिए आयोग द्वारा जारी उत्तर कुंजी को माननीय हाईकोर्ट में चैलेंज करते हुए 6 सवालों के उत्तर पर आपत्ति दर्ज की की है छात्रों के तरफ से अधिवक्ता गण प्राणेश मिश्रा और अमित कुमार त्रिपाठी ने दलील देने के लिए प्रस्तुत हुए। दिनांक 15 मार्च को हुए पहली सुनवाई में हाईकोर्ट में 23 मार्च तक आयोग को जवाब दाखिल करने का समय दिया था परंतु आज 23 मार्च को जब आयोग के अधिवक्तागण हीला हवाली करते दिखे तो छात्रों की तरफ से अधिवक्ताओं की दलील सुनकर माननीय हाईकोर्ट ने रसायन विज्ञान विषय से असिस्टेंट प्रोफेसर पद हेतु दिनांक 25 मार्च 2022 से होने वाले इंटरव्यू के उपरांत अंतिम परिणाम जारी करने से रोक लगा दी और आयोग के वकील को फटकार लगाते हुए 27 अप्रैल को अपने जवाब दाखिल करने को कहा।
असिस्टेंट प्रोफेसर रसायन विज्ञान के लिए हुए लिखित परीक्षा में कुल 100 प्रश्न आते है जिसमें से 30 समान्य अध्ययन के 70 प्रश्न विषय के पूछे जाते है। और आयोग ने परीक्षा प्रश्न पत्र मे गलती को स्वीकारते हुए पहले ही दो प्रश्न को डिलीट कर चुकी है जिसमे एक समान्य अध्ययन और एक रसायन विज्ञान के विषय का इसके बावजूद 6 प्रश्नो के उत्तर पर प्रतियोगियों द्वारा आपत्ति दर्ज करना आयोग के विषय विशेषज्ञों के योग्यता के साथ प्रश्न पत्र टाईपेस्टों के स्किल पर संदेह उठता है।
शोध छात्र गणेश का कहना है रसायन विज्ञान की तरह गणित में 19 सवाल के उत्तर पर व वनस्पति विज्ञान के 6 सवाल के उत्तर पर आपत्ति है जिससे संबंधित वाद माननीय इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई लंबित है।
जाहिर है आयोग अपनी गलती मानना नहीं चाहता नहीं तो वह आपत्तियों का जबाब 23 मार्च को ही दे देता। आखिर इन प्रश्नो के हल तो आयोग के पास होंगे ही। वजह जो भी हो पर प्रतियोगी छात्रों को परिणाम रुकने की चिंता जहाँ हो रही है वही ये भी उहापोह है की प्रश्नो के उत्तर पर आपत्तियों के निस्तारण के बगैर उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग रसायन विज्ञान के असिस्टेंट प्रोफ़ेसर हेतु दिनांक 25 मार्च से इंटरविव ही क्यों करवा रही है? अब इन प्रश्नो के जबाब के लिए 27 अप्रैल का इंतजार करना पड़ेगा।