Jaunpur news इंजेक्शन लगाने से बालक की मौत मामले मेंडीएम ने बैठाई जांच

इन्द्रजीत सिंह मौर्य की रिपोर्ट
इंजेक्शन लगाने से बालक की मौत मामले में
डीएम ने बैठाई जांच
सीएमओ ड्रग इंस्पेक्टर की टीम जांच कर देगी रिपोर्ट
मेडिकल स्टोर संचालक व कथित डॉक्टर अभी भी पुलिस के पकड़ से बाहर
जौनपुर।
जिले के तेजी बाजार थाना अंतर्गत हैदरपुर बाजार में मेडिकल स्टोर संचालक देवी प्रसाद गुप्त द्वारा एक आठ वर्ष के बालक को इंजेक्शन लगाए जाने के उपरांत हुई मौत के मामले को डीएम ने बेहद ही गंभीरता से लिया है। उन्होंने घटना से जुड़े सभी आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए इस पूरे मामले की जांच बैठा दी है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ लक्ष्मी सिंह के निर्देशन में जिला औषधि निरीक्षक डॉ रजत पांडेय की टीम इस पूरे मामले की गहराई से जांच करेगी ।
जांच रिपोर्ट आने के बाद संबंधित मेडिकल स्टोर संचालक और इंजेक्शन लगाने के लिए बताने वाले कथित चिकित्सक खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते हुए
सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल उक्त गाँव निवासी शिवपूजन यादव के आठ वर्षीय पुत्र युग यादव के पेट में बुधवार को दर्द शुरू हुआ।
परिजनों के अनुसार युग को डॉक्टर अजय उर्फ भोला के पास ले जाया गया । उन्होंने देवी प्रसाद के मेडिकल स्टोर पर भेजा। उन्होंने फोन से दवा और इंजेक्शन लगाने का निर्देश दिया । मेडिकल स्टोर संचालक ने दो इंजेक्शन बच्चों को लगाया । उसके बाद हालात बिगड़ने पर वाराणसी ले जाते समय उसकी मौत हुई।
जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र ने प्रकरण की गंभीरता के दृष्टिगत, संवेदनशीलता के साथ त्वरित संज्ञान लेते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी व ड्रग इस्पेक्टर रजत पांडेय को निर्देशित किया कि घटना के संबंध में संपूर्ण तथ्यों की जांच कराकर दोषी के विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्यवाही तत्काल सुनिश्चित की जाए ।
साथ ही मेडिकल स्टोर की विधिक वैधता, चिकित्सा और संचालक के पास चिकित्सीय योग्यता अथवा लाइसेंस की स्थिति की जांच कराकर नियमानुसार आवश्यक अग्रेतर प्रभावी कार्यवाही कराया जाना सुनिश्चित करें।
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रिपोर्ट के आधार पर दर्ज होगा मुकदमा
जौनपुर। जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र का निर्देश मिलते ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ लक्ष्मी सिंह और जिला औषधि निरीक्षक रजत पांडेय की टीम ने पूरे मामले की गहराई से जांच पड़ताल की तैयारी शुरू कर दी है।
साथ ही जिलाधिकारी ने अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया है कि उपजिलाधिकारी/सीओ के साथ टीम बनाकर सम्बन्धित थाना से समन्वय करते हुए मेडिकल स्टोर्स पर औचक निरीक्षण कराई जाए । जो भी संदिग्ध पाये जाने पर सम्बन्धित के विरुद्ध नियमानुसार कठोर कार्यवाही की जाए।
उन्होंने अपर मुख्य चिकित्साधिकारी को सख्त निर्देश दिए कि इस प्रकरण में किसी भी स्तर पर शिथिलता क्षम्य नहीं होगी।