Jaunpur news साल्वेशन फाउंडेशन पूर्वांचल में स्वास्थ्य सेवा और मानवता का नया आयाम प्रतीक श्रीवास्तव

“साल्वेशन फाउंडेशन: पूर्वांचल में स्वास्थ्य सेवा और मानवता का नया आयाम”
जौनपुर। नवरात्र के पावन अवसर पर स्थापित साल्वेशन फाउंडेशन ने मात्र पांच वर्षों में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना ली है। माता-पिता की प्रेरणा और उनके संकल्प से शुरू हुई यह पहल आज पूर्वांचल के मरीजों के लिए वरदान बन चुकी है।
फोरलेन से सटे आधुनिक अस्पताल परिसर में मरीजों की सुविधा, स्वच्छ वातावरण और कार्पोरेट स्तर की चिकित्सा सुविधाओं को विकसित करने का कार्य निरंतर जारी है। अस्पताल में कैशलेस इलाज की सुविधा उपलब्ध है — चाहे आयुष्मान कार्ड, निजी हेल्थ इंश्योरेंस या जॉब कार्ड धारक मरीज हों। अब इसमें सेवानिवृत्त सैनिकों के लिए भी केंद्र सरकार से स्वीकृति मिल चुकी है।
इसी क्रम में आगामी 8 अक्टूबर को फाउंडेशन परिसर में एक विशेष सम्मान समारोह आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर जनपद और पूर्वांचल के वे वीर सैनिक सम्मानित किए जाएंगे जिन्होंने भारत की ओर से विभिन्न अंतरराष्ट्रीय युद्धों में हिस्सा लिया। इन वीरों को जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के हाथों सम्मान प्रदान किया जाएगा।
कार्यक्रम में समाजसेवियों, पत्रकारों और विभिन्न विभागों के अधिकारियों को भी उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया जाएगा।
ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले मरीजों के लिए साल्वेशन फाउंडेशन वरदान साबित हो रहा है — यहां 24 घंटे भोजन, दवा और आपात चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं। एक्सप्रेसवे और हाईवे पर होने वाली दुर्घटनाओं के घायलों का इलाज बिना औपचारिकता के तुरंत प्रारंभ किया जाता है ताकि “पहले जीवन, बाद में प्रक्रिया” के सिद्धांत को व्यवहार में लाया जा सके।
अस्पताल परिसर में चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ और विद्यार्थियों के लिए आवासीय सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। नर्सिंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट भी इस कैंपस की प्रमुख उपलब्धि है, जो आने वाले समय में क्षेत्र को प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मी उपलब्ध कराएगा।
फाउंडेशन का मूल सिद्धांत ‘सर्वधर्म समभाव’ पर आधारित है। यहां नियमित रूप से सुंदरकांड पाठ जैसे आध्यात्मिक आयोजन भी किए जाते हैं, जो मानवीय एकता और सेवा भावना को नई दिशा देते हैं।
साल्वेशन फाउंडेशन न केवल उपचार का केंद्र बन रहा है, बल्कि यह पूर्वांचल में सेवा, समर्पण और संवेदना का प्रतीक बन चुका है।