Jaunpur news महिला सशक्तिकरण की जीवंत प्रतीक थीं अहिल्याबाई होल्कर – डॉ. हरेन्द्र प्रसाद सिंह

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महिला सशक्तिकरण की जीवंत प्रतीक थीं अहिल्याबाई होल्कर – डॉ. हरेन्द्र प्रसाद सिंह

Jaunpur news जफराबाद। अहिल्याबाई होल्कर का जीवन महिला सशक्तिकरण का अद्वितीय उदाहरण है। उन्होंने न केवल अपने कार्यों से बल्कि अपने नेतृत्व और न्यायप्रिय शासन से यह सिद्ध किया कि महिलाएं समाज के हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा सकती हैं। उक्त विचार पूर्व विधायक डॉ. हरेन्द्र प्रसाद सिंह ने सिरकोनी विकास खंड मुख्यालय पर आयोजित महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किए।

यह कार्यक्रम अहिल्याबाई होल्कर की त्रिशताब्दी स्मृति अभियान के अंतर्गत आयोजित किया गया था। डॉ. सिंह ने बताया कि अहिल्याबाई होल्कर का जन्म 31 मई 1725 को हुआ था। मात्र आठ वर्ष की आयु में उनका विवाह हुआ और उनके व्यक्तित्व से प्रभावित होकर मालवा के महाराव ने उन्हें जीवन संगिनी बनाया। पति की मृत्यु के पश्चात वर्ष 1767 में उनका राज्याभिषेक हुआ।

राज्य की जर्जर आर्थिक स्थिति को सुधारने हेतु उन्होंने महिला समूहों का गठन कर मालेश्वर साड़ी जैसे पारंपरिक हस्तशिल्प को बढ़ावा दिया, जिससे न केवल महिलाओं की आजीविका सशक्त हुई, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था भी सुदृढ़ हुई। उन्होंने महिला सुरक्षा के लिए महिला सैनिक बल का गठन किया और प्रशिक्षण की व्यवस्था कर उन्हें स्वावलंबी बनाया।

कार्यक्रम में डॉ. सिंह ने उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उषा किरण, सीडीपीओ इंद्रा पाल, सर्वेश सिंह, रमेश जायसवाल, अखिलेंद्र सिंह एवं शशिकांत पाठक ने भी अपने विचार रखे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता बीडीओ नीरज जायसवाल ने की, जबकि संचालन रामजी सिंह द्वारा किया गया।


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