Jaunpur news 207 ई रिक्शा चालकों का चालान , 35 सीज, 4 लाख 39 हजार लगा जुर्माना

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रिपोर्ट इन्द्रजीत सिंह मौर्य

207 ई रिक्शा चालकों का चालान , 35 सीज, 4 लाख 39 हजार लगा जुर्माना

ई रिक्शा चालकों के खिलाफ अभियान से जौनपुर में हड़कंप

बिना लाइसेंस, फिटनेस, बिना परमिट के चलते हुए पाए गए वाहन

Jaunpur news जौनपुर।
बिना लाइसेंस, परमिट , बिना कागज के अवैध रूप से शहर में चल रहे ई-रिक्शा चालकों के खिलाफ शुक्रवार को बड़ा अभियान चलाया गया। चार घंटे तक चले इस अभियान में 207 ई रिक्शा चालकों का चालान किया गया।
बिना लाइसेंस, अपूर्ण कागज और नाबालिकों द्वारा चलाए जा रहे 35 ई रिक्शा को सीज कर दिया गया ।
शासन के विशेष निर्देश पर यातायात पुलिस जौनपुर द्वारा चलाए गए इस अभियान से पूरे जिले में जबरदस्त हड़कंप रहा। कार्रवाई का खौफ इस कदर था कि ट्रैफिक पुलिस की टीम जिधर जाती उसके पहले ही सड़के खाली हो जा रही थी।
राजधानी लखनऊ में पिछले दिनों कुछ ई रिक्शा चालकों द्वारा की गई हत्या की वारदात के बाद शासन के विशेष निर्देश पर जौनपुर में भी शुक्रवार को बड़े पैमाने पर अभियान चलाया गया।
पुलिस अधीक्षक डॉक्टर कौस्तुभ के निर्देशन में प्रभारी यातायात सुशील कुमार मिश्र, टीएसआई
प्रेमशंकर सिंह, धीरेंद्रनाथ सिंह, दिलीप ठाकुर, ज्ञानेंद्र कुमार, मुकेश कुमार, सत्यानंद तिवारी के साथ चार टीम इस पूरे अभियान में घंटे देर तक मशक्कत करती रही। शहर में किसी छोर से कोई अवैध ई-रिक्शा चालक भाग न सके इसके लिए सभी चार टीम
शहर के जैसीज चौराहा, ओलन्दगंज, कोतवाली चौराहा, सिपाह बस स्टैंड और रोडवेज डिपो परिसर के पास जांच पड़ताल में लगी रही। पुलिस की मौजूदगी में अचानक शुरू हुई इस जांच पड़ताल से ई रिक्शा चालकों में इस कदर भय बन गया था कि वह आज यात्रियों को बैठाने के बजाय सिर्फ अपना ई रिक्शा लेकर गलियों के सहारे भागने में लगे थे। एक टीम से किसी प्रकार बचकर अगर वह दूसरे छोर पर जाते तो मोबाइल फोन करके दूसरी टीम को अलर्ट करके वहां भी ऐसे अवैध रिक्शा चालकों की घेराबंदी की गई ।
इस पूरी जांच पड़ताल में 207 ई रिक्शा चालकों का चालान किया गया। बिना लाइसेंस, कागज और संदिग्ध हालत में नो सिखियों के हाथों पाए गए 35 ई रिक्शा को सीज कर दिया गया है। पूरे अभियान में चार लाख, 39 हजार जुर्माना लगाया गया है।

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नाबालिक रहे मुख्य निशाने पर
जौनपुर।
शहर में अवैध ईरिक्शा के खिलाफ चलाए गए अभियान के दौरान नाबालिक ई रिक्शा चालक जांच टीम के मुख्य निशाने पर रहे। क्योंकि 12 से 14 वर्ष के बच्चे बेखौफ
तरीके से शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों में ई-रिक्शा चलाते हुए देखे जाते हैं। बाद में यही लोग बड़े-बड़े हादसों का कारण बन जाते हैं। अभियान चलाने से पूर्व जौनपुर यातायात पुलिस टीम ने पंपलेट और पर्ची के माध्यम से ऐसे लोगों को जागरूक किया था कि नाबालिकों के हाथों में ई-रिक्शा का संचालन न कराये । लेकिन इसका तनिक भी असर देखने को नहीं मिला।

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हादसे की वजह बन रहे हैं ई-रिक्शा
जौनपुर। प्रभारी यातायात सुशील कुमार मिश्र ने बताया कि ट्रैफिक व्यवस्था को पूरी तरह से चुस्त दुरुस्त करने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं ।
बिना लाइसेंस, कागज प्रपत्र के कोई भी ई रिक्शा शहर में संचालित नहीं होगा।
उन्होंने कहा आठ अप्रैल से विशेष अभियान शुरू किया गया है। जो अभी जारी रहेगा। कहा कि बच्चों के हाथ में जो ई-रिक्शा दिया जाता है वह हादसे के कारण बन रहे हैं।

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