स्काउट-गाइड से पर्यावरण संरक्षण और सुयोग्य नागरिक बनाना है: प्रो. अजय दुबे

जौनपुर। प्रो. रामनाथ पांडेय महिला महाविद्यालय, मुंगरा बादशाहपुर, जौनपुर में आयोजित पंच दिवसीय स्काउट-गाइड प्रशिक्षण शिविर का समापन सोमवार को महाविद्यालय के क्रीड़ा क्षेत्र में हुआ। मुख्य अतिथि वी.बी. सिंह, पूर्वांचल विश्वविद्यालय के शिक्षा संकाय के डीन एवं जिला कमिश्नर (रोवर्स-रेंजर्स) प्रो. अजय कुमार दुबे ने झंडारोहण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
बी.एड. विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. ज्योति पांडे ने प्रो. दुबे एवं अन्य अतिथियों का स्वागत करते हुए महाविद्यालय की विविध उपलब्धियों से अवगत कराया। साथ ही, उन्होंने पांच दिवसीय रोवर्स-रेंजर्स शिविर के प्रमुख पहलुओं पर प्रकाश डाला।

अपने उद्बोधन में प्रो. दुबे ने कहा कि स्काउट-गाइड का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना तथा विद्यार्थियों के चरित्र, स्वास्थ्य, कौशल विकास एवं सेवा भावना का पोषण कर उन्हें एक सुयोग्य नागरिक बनाना है। स्काउट-गाइड समाज और राष्ट्र के प्रति सदैव जागरूक रहते हैं।
महाविद्यालय के सचिव श्री प्रकाश पांडे ने अपने वक्तव्य में कहा कि ऐसी गतिविधियों का निरंतर आयोजन आवश्यक है, जिससे विद्यार्थियों में मानसिक विकास के साथ-साथ अनुशासन एवं चरित्र निर्माण की भावना विकसित हो। संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. कमलेश पांडे ने कहा कि स्काउट-गाइड के नियमों के माध्यम से शारीरिक, बौद्धिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक शक्तियों का विकास किया जाता है।

महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. चंद्रकला सिंह ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि स्काउट-गाइड प्रशिक्षण से हम स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समाजहित में उपयोगी कार्य कर सकते हैं। इस अवसर पर स्काउट एवं गाइड प्रशिक्षार्थियों ने विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिनमें स्वागत गीत एवं सरस्वती वंदना ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

डॉ. दीपक मणि तिवारी, डॉ. प्रीति त्रिपाठी, श्री रविशंकर शुक्ला, श्री अरुण पांडेय एवं श्री गौरव यादव ने भी अपने विचार व्यक्त किए। स्काउट-गाइड प्रशिक्षक अजय चौहान, नितेश प्रजापति एवं रोहित विश्वकर्मा ने शिविरार्थियों को टेंट-पिचिंग, गांठें व बंधन, मार्च पास्ट, ध्वज शिष्टाचार, कलर पार्टी एवं किम्स गेम जैसी विभिन्न शारीरिक और मानसिक गतिविधियों का प्रशिक्षण प्रदान किया। इसके साथ ही, नेतृत्व क्षमता के विकास पर भी विशेष ध्यान दिया गया।
प्रशिक्षण शिविर के समापन पर छात्र-छात्राओं में विशेष उत्साह देखने को मिला। अंत में, प्राचार्या डॉ. मंजूलता सिंह ने सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया।