नौंवे दिन वेद मन्त्रो के बीच रुद्र महायज्ञ की हुई पुर्णाहुति,भंडारा आज
नौंवे दिन वेद मन्त्रो के बीच रुद्र महायज्ञ की हुई पुर्णाहुति,भंडारा आज
जफराबाद। क्षेत्र के धनेजा घाट स्थित नरईबीर धाम परिसर में चल रहे रुद्र महायज्ञ में आज नौवे दिन वेद मंत्रों के बीच रुद्र महायज्ञ की पुर्णाहुति हुई। महा भंडारा का आयोजन कल किया गया है।
कार्यक्रम की शुरुआत 20 अक्टूबर से रुद्र महायज्ञ में कार्यक्रम की शुरुआत भोर से ही वेदपाठी ब्राम्हणों के वेद पाठ से हो रहा है। इसके बाद मंदिर परिसर व मंडप में स्थित देवी देवताओं के पूजन अर्चन व हवन आरती होती रही। पुण्य लाभ की कामना से श्रद्धालु जन प्रातःकाल से दोपहर तक यज्ञ मंडप की परिक्रमा करते रहे । यज्ञ मंडप की परिक्रमा के महत्व को बताते हुए यज्ञाचार्य शंकर शास्त्री ने कहा कि शास्त्रों में वर्णित है कि इस परिक्रमा से जन्मजन्मांतर के संचित पाप नष्ट हो जाते हैं। वहीं वेदमन्त्रों के बीच सोमवार को यज्ञ स्थल स्वाहा के स्वरों से गूंजता रहा। वही दोपहर में संत त्रिभुवन दास जी महाराज के नेतृत्व में पुर्णाहुति देकर यज्ञ का समापन हुआ। भव्य यज्ञ मंडप में यजमानों की आहुतियां जन कल्याण के लिए समर्पित थी।
देवरिया कुटी नियार आश्रम के परमसंत श्री त्रिभुवन दास महराज के सानिध्य में जन सहयोग से जनकल्याण के लिए हो रहे इस अनुष्ठान में जन सामान्य की सक्रिय सहभागिता है। बड़े सबेरे से ही लोग यज्ञ मंडप की परिक्रमा में जुट जाते थे। यह क्रम देर शाम तक निरंतर चलता रहता था। हवन-पूजन, आरती के बाद रामकथा होती थी।