September 20, 2024

केराकत की खिड़की और फर्जी मुकदमा पर एडीजी हुए सख्त

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एडीजी बोले खारिज होगा फर्जी मुकदमा,खिड़की के पास नहीं जाएगी पुलिस

जौनपुर । केराकत की खिड़की और खिड़की प्रकरण में प्रताड़ित पीड़ित के ऊपर दर्ज फर्जी मुकदमा का मामला मंगलवार को एडीजी जोन वाराणसी के पास पहुंचा। एडीजी पियूष मोर्डिया ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए एसपी जौनपुर को पीड़ित के ऊपर दर्ज फर्जी मुकदमे को खारिश करवाने को कहा और यह भी कहा गया कि खिड़की का प्रकरण सिविल से संबंधित तो पुलिस क्यों पार्टी बन रही है पुलिस बिना किसी आदेश के खिड़की के पास अब नहीं जाएगी। एडीजी पियूष मोर्डिया का यह कड़ा तेवर उस समय देखने को मिला जब एक पत्रकार के बहन को केराकत पुलिस द्वारा प्रताड़ित करने का मामला पत्रकार प्रेस क्लब के अध्यक्ष घनश्याम पाठक के नेतृत्व में सैकड़ो पत्रकार एडीजी जोन वाराणसी कार्यालय पर पहुंचे हुए थे।

बताया गया कि केराकत कोतवाली क्षेत्र के धरौरा गांव में बीते 16 अगस्त को केराकत थानाध्यक्ष संजय सिंह ने गांव में दो दर्जन से अधिक महिला व पुरुष पुलिस फोर्स के साथ पहुंच कर पीड़ित विजेंद्र दुबे की खुली खिड़की को जबरन बंद करवा दिया था। केराकत पुलिस के इस अनुचित कार्रवाई के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस के जाने के बाद पुलिस द्वारा बंद कराई गई खिड़की को फिर खोल दिया था। खिड़की खुलने की सूचना पुलिस को मिली तो केराकत पुलिस तिलमिला गई और पीड़ित विजेंद्र के साथ-साथ ग्रामीणों को सबक सिखाने लिए पुलिस ने विपक्षी अनिल दुबे के भाई संजय दुबे से तहरीर लेकर पीड़ित विजेंद्र दुबे सहित गांव के छः निर्दोष लोगों के विरुद्ध हत्या के प्रयास सहित कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पीड़ितों को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था।


मंगलवार को पत्रकार प्रेस क्लब के प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम पाठक के नेतृत्व में सैकड़ो पत्रकार एडीजी जोन कार्यालय पर पहुंच कर एडीजी पियूष मोर्डिया से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौप कर कार्रवाई की मांग किया। एडीजी जोन पियूष मोर्डिया ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से जौनपुर एसपी अजयपाल शर्मा को फोन लगाकर बोले कि बीते 5 अगस्त व 16 अगस्त को पीड़ित तथा उनके संबंधितों के ऊपर जो फर्जी मुकदमे दर्ज हुए है,उसे तत्काल प्रभाव से निरस्त करे। एडीजी जोन ने थानाध्यक्ष केराकत को भी फटकार लगाते हुए कहा कि खिड़की का मामला सिविल कोर्ट से संबंधित है तो इस मामले में पुलिस का कोई हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। एडीजी ने थानाध्यक्ष को साफ शब्दों में कहा कि दो दिवस के अंदर फर्जी मुकदमे हर हाल में खारिज होनी चाहिए। एडीजी जोन ने पीड़ित बिजेंद्र को भी आश्वस्त किया कि पुलिस गलत तरीके से प्रताड़ित करती है तो उसकी जानकारी मुझे तत्काल दें। इस दौरान पत्रकार प्रेस क्लब के प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम पाठक के साथ प्रदेश संयोजक मनीष दीक्षित,प्रदेश उपाध्यक्ष सोनू सिंह व संतोष पांडे, प्रदेश संगठन मंत्री राघवेंद्र प्रताप सिंह,आकाश,यादव,पवन पांडे,आफताब आलम,डीपी तिवारी,नीतीश वर्मा,प्रवीण चौबे.मो.हाशिम, नवीन प्रधान, अखिलेश सिंह,विवेक सिंह राजपूत,निलय विश्वास,संतोष पांडे,सुधीर उपाध्याय,जय किशन सोनकर,अमित दुबे,ऋषिकेश पांडे,आनंद चौबे,अनीश मिश्रा, देविन पाठक,रामलखन,प्रवीण पाठक,राम आधार,देवेंद्र दुबे,आशीष,सुशील कुमार,राजेश सिंह,कुलदीप सिंह,शशांक सिंह,अवनीश दुबे, अरविंद पटेल,अंकित श्रीवस्ता,अमित श्रीवास्तव, रामाश्रय मिश्र,
नीरज सिंह,बृजेश ओझा,मनोज प्रजापति,राजेश सिंह,राजीव रंजन मिश्रा,रामबाबू यादव,आशीष चौबे, पीयूष चौबे,दिलीप दक्ष,अरुण कुमार मिश्र,तनवीर अहमद, अभिषेक पांडे, आशुतोष कुमार तिवारी, शाहनवाज खान,विकास गुप्ता,अजीत सिंह,संतोष कुमार पांडे,आनंद तिवारी,गौतम सोनकर,ओम प्रकाश चौबे, ओम
प्रकाश चौधरी,विवेक यादव,दिनेश कुमार यादव,विशाल कुमार,वीरेंद्र कुमार पटेल,मधुकर मिश्र, अमित कुमार यादव, लवकेश पांडे,मंसूर आलम, सहित दर्जनों पत्रकार मौजूद रहे।

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