साधना पद्धति के साथ उच्चतम कोटि कोटि चिकित्सा पद्धति है योग – हरीमूर्ति

साधना पद्धति के साथ उच्चतम कोटि कोटि चिकित्सा पद्धति है योग – हरीमूर्ति
मानसिक समस्याओं का समाधान देता है प्राणायाम – डॉ0 कमल
जौनपुर – दशम् अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के तहत जन जन तक योग की जागरूकता को पहुंचाने के उद्देश्य के तहत जिला प्रशासन द्वारा जगह जगह योग शिविरों को आयोजित करके लोगों को जागरुक कर रहा है। योग सप्ताह के षष्ठम् दिवस विसर्जन घाट पर योग प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।
पतंजलि योग समिति उत्तर प्रदेश के सह राज्य प्रभारी अचल हरीमूर्ति और आयुष विभाग के योग प्रशिक्षकों के द्वारा योगाभ्यास को कराते हुए बताया गया की योग स्वस्थ व्यक्ति के लिए एक साधना पद्धति है तो वहीं अस्वस्थ व्यक्ति के लिए योग उच्चतम कोटि की चिकित्सा पद्धति भी है। मनोदैहिक स्वास्थ्य को सर्वोत्तम बनानें में योग उच्चतम कोटि की चिकित्सा पद्धति है। विविध प्रकार के आसन, व्यायाम और प्राणायामों के माध्यम से व्यक्ति के भीतर रक्त और प्राणवायु के प्रवाह को बहुत ही सुगम बनाया जा सकता है इसलिए व्यक्ति का स्वास्थ्य सर्वोत्तम बन जाता है। मन, चित, चेतना और विचारों पर भी प्राणायामों का बहुत ही गहरा असर होता है। इसलिए लम्बे समय तक नियमित और निरन्तर प्राणायामों के अभ्यासों से अवसाद और अनिद्रा जैसी जटिल समस्याओं से भी पूर्णतः निधान पाया जा सकता है।