लड़कियों के विवाह की उम्र सीमा बढ़ाए जाने से महिला सशक्तिकरण को मिलेगी और मजबूती, उर्वशी सिंह ने कहा फैसला ऐतिहासिक
लड़कियों के विवाह की उम्र सीमा बढ़ाए जाने से महिला सशक्तिकरण को मिलेगी और मजबूती, उर्वशी सिंह ने कहा फैसला ऐतिहासिक :
केंद्र सरकार के लड़कियों के विवाह की उम्र की सीमा 18 से 21 वर्ष करने के प्रस्ताव को पारित करने का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं अभियान की संयोजक उर्वशी सिंह ने स्वागत किया है। उन्होंने इस प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति खुशी जताते हुए कहा कि जीवन में बड़ा लक्ष्य हासिल करने में मदद करने के लिए महिला सशक्तिकरण में मदद के प्रति यह एक ऐतिहासिक फैसला है।
उर्वशी सिँह ने कहा कि नए प्रस्ताव से महिलाओं को और मजबूती मिलेगी तथा विवाह के बारे में खुद निर्णय लेने के अपने अधिकार को वे और परिपक्व सोच के साथ रख सकेगी। 21 वर्ष की उम्र से पहले लड़कियों का विवाह नहीं करने देने से उन्हें अपनी पढ़ाई-लिखाई और कैरियर बनाने का और अवसर मिल सकेगा। अभी तक पिछड़े और ग्रामीण क्षेत्रों में लड़कियों के 18 वर्ष का होते ही विवाह कर दिया जाता था। इससे उन्हें आगे बढ़ने का कम अवसर मिल पाता था। मोदी जी के द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं अभियान के साथ इस फैसले से महिलाओ और बच्चियों के अंदर एक आत्मविश्वास आयेगा और खुद का निर्णय लेने का फैसला भी वह आत्मनिर्भर होकर ले सकेंगी
[17/12, 14:02] Urvashi Singh: कैबिनेट में शादी की उम्र 21 साल पास होने पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं अभियान संयोजक 🙏