ग्राम्या” का 42 वें वर्ष का कवि सम्मेलन , मंच की शानदार सफलता को साथ सम्पन्न

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जौनपुर ।
जौनपुर जनपद की जानी मानी साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था” ग्राम्या” के तत्वावधान में गत 18 मार्च 2023को स्थानीय अहियापुर नुक्कड़ पर सतीश चन्द्र शुक्ल सत्पथी एवं सम्पादक आदर्श कुमार के कुशल संयोजकत्व में “अखिल भारतीय कवि सम्मेलन- मुशायरा” का आयोजन किया गया। आयोजन के मुख्य अतिथि काशी हिंदू विश्वविद्यालय के आचार्य एवं लोक सेवा आयोग के सदस्य माननीय डा.आर . एन .त्रिपाठी, प्रोफ़ेसर कैप्टन अखिलेश्वर शुक्ला, संत प्रसाद उपाध्याय क्षेत्राधिकारी सदर जौनपुर, पवन कुमार सिंह तहसीलदार जौनपुर रहे ।कार्यक्रम का संचालन करते हुए मजहर आशिफने कहा ,इज्जत से जिंदगी को गुजर जाने दीजिए ,दस्तार को भी चाहिए सर जाने दीजिए। इसके बाद शोहरत जौनपुरी ने अपना कलाम पेश किया,’ जब से तेरी नजर को बहारों ने डस लिया, निकला न कोई फूल चमन में गुलाब का’।
अब बारी आई अमृत प्रकाश की ।अमृत प्रकाश के यह कलाम, ‘मेरे आंखों की रोशनी लेकर मुझ को लाया गया उजालों में’ ।श्रोताओं द्वारा सराहा गया।
श्रोताओं के बेहद मांग पर योगिनी काजोल पाठक ने ,’एक नन्ही सी हथेली को बना कर चल दिए पिताजी वही हाथ छुड़ाकर’। रचना सुनाकर काफी वाहवाही लूटी।
इसके बाद लोकप्रिय कवित्री श्रीमती विभा तिवारी ने अपनी गजल पेश करते हुए कहा कि, ‘इसलिए उसको हां कहा मैंने,
उसका चेहरा न फिर उतर जाये! ‘
काव्य पाठ की हर विधा में अपनी अलग पहचान रखने वाले कवि डॉ प्रमोद वाचस्पति की रचना,’ हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई, आपस में सब भाई भाई’। को लोगों ने राष्ट्रीय एकता के संदेश के रूप में मुक्त कंठ से सराहा।
इसके बाद संचालक मजहर आसिफ ने राजेश कुमार पाण्डेय को काव्य पाठ के लिए आमंत्रित किया। राजेश पाण्डेय की यह लाईनें
‘इस जहाँ में तू चाहे जहाँ जाओगे
इक जमीं और एक ही आसमां पाओगे’।
सभा जीत द्विवेदी प्रखर ने आज के परिवेश पर कटाक्ष करते हुए कहा कि
‘संसद ठप है देश मौन है
ये कैसी खुद्दारी है,
भारत माँ के बलिदानी
बेटो से यह गद्दारी है ।
इलाहाबाद से पधारे हास्य व्यंग्य विधा के जाने माने शायर नजर इलाहाबादी ने तमाम रचनाओं को पढा़ और आज के परिवेश पर करारा तंज कसा।
इसके अलावा अनिल कुमार उपाध्याय ,राहुल पाठक, अखिलेश शुक्ल रसिक, श्रीमती शकुन्तला शुक्ला, सर्वेश शुक्ल, कवि संदीप, संयोजक सतीश चन्द्र शुक्ल सत्पथी, धीरज गुप्ता गिरीश श्रीवास्तव अमृत प्रकाश सुशील दूबे ,आशुतोष पाल सोहरत जौनपुरी , संजय सिंह सागर ने अपनी अपनी रचनाओं को सुनाकर श्रोताओं को काफी गुदगुदाया । समारोह की अध्यक्षता कर रहे पूर्व डीन डा0 पी. सी. विश्वकर्मा की यह प्रधान रचना
“कमजर्फ बहकते है पीकर ,बाजर्क को होश आ जाता है! काबिले तारीफ रही।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो0 आर. एन. त्रिपाठी कैप्टन अखिलेश्वर शुक्ल डा0 वी.एस. उपाध्याय डा0 विकास उपाध्याय प्रो0 देवराज सिंह तहसीलदार सदर पवन कुमार सिंह क्षेत्राधिकारी सदर सन्त प्रसाद उपाध्याय प्रभारी निरीक्षक थाना लाईन बाजार आदेश कुमार त्यागी तथा केराकत सर्किल के थाना गद्दी चौकी प्रभारी युगल किशोर राय को सस्था के आयोजक द्वय सतीश चन्द्र शुक्ल सत्पथी आदर्श कुमार द्वारा सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया।
अन्त में संयोजक सत्पथी जी ने उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम के समापन की घोषणा इस रचना के साथ किया !
कटनी पर गाड़ी खड़ी जाना था भोपाल!
कवि सम्मेलन में जगे आंख हो रही थी लाल!!
