November 2, 2025

Jaunpur news मो. हसन पी.जी. कॉलेज और आईईएसआर के बीच एमओयू साइन — शोध, नवाचार और कौशल विकास की दिशा में नया अध्याय शुरू

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मो. हसन पी.जी. कॉलेज और आईईएसआर के बीच एमओयू साइन — शोध, नवाचार और कौशल विकास की दिशा में नया अध्याय शुरू


जौनपुर। उच्च शिक्षा, शोध और तकनीकी नवाचार के क्षेत्र में एक नई पहल करते हुए मो. हसन पी.जी. कॉलेज जौनपुर और इंस्टिट्यूट ऑफ एमिनेंस साइंस एंड रिसर्च (IESR) के बीच शुक्रवार को शैक्षणिक सहयोग हेतु एमओयू (Memorandum of Understanding) पर हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता आने वाले पांच वर्षों तक प्रभावी रहेगा और दोनों संस्थान मिलकर विद्यार्थियों को उन्नत शोध, तकनीकी प्रशिक्षण और प्रयोगात्मक शिक्षा के अवसर प्रदान करेंगे।

एमओयू पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अब्दुल कादिर खान और आईईएसआर के डायरेक्टर ऑफ रिसर्च डॉ. अमित कुमार चतुर्वेदी ने हस्ताक्षर किए। इस साझेदारी का उद्देश्य विज्ञान संकाय के छात्रों के लिए नए अवसर तैयार करना है, जिससे वे आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकों और वैश्विक शोध पद्धतियों का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त कर सकें।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. अब्दुल कादिर खान ने कहा कि यह समझौता बायोटेक्नोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, जूलॉजी और बॉटनी के विद्यार्थियों को नई दिशा देगा। एमओयू के तहत छात्रों को इंटर्नशिप, प्रयोगशाला प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से वास्तविक वैज्ञानिक अनुभव प्राप्त होगा, जिससे वे इंडस्ट्री और रिसर्च सेक्टर में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकेंगे।

आईईएसआर के डायरेक्टर ऑफ रिसर्च डॉ. अमित कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि विद्यार्थियों को नेक्स्ट जेनरेशन सीक्वेंसिंग, मॉलिक्यूलर बायोलॉजी, डीएनए एनालिसिस, फॉरेंसिक साइंस, नैनोटेक्नोलॉजी और बायोइन्फरमेटिक्स जैसी उन्नत तकनीकों पर हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह सहयोग “ज्ञान, नवाचार और शोध उत्कृष्टता का मजबूत मंच बनेगा।”

आईईएसआर के मैनेजर युवांक प्रताप सिंह ने कहा कि संस्थान के ग्रेटर नोएडा, नोएडा, दिल्ली, बेंगलुरु और पटना स्थित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में विद्यार्थियों को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण दिया जाता है। उनका कहना था, “हमारा उद्देश्य छात्रों को ग्लोबल स्टैंडर्ड की लैब ट्रेनिंग देना है, ताकि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकें।”

बायोटेक्नोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. अभिषेक कुमार श्रीवास्तव ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह एमओयू छात्रों के लिए शैक्षणिक समृद्धि और शोध उत्कृष्टता की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।

कार्यक्रम का संचालन एमएससी की छात्राएँ मुबरम खान और रिषिका साहू ने किया।
इस अवसर पर डॉ. जीवन यादव, डॉ. ममता सिंह, डॉ. निलेश सिंह, डॉ. सतीश चंद्र दूबे, डॉ. धर्मेंद्र जैसवाल, डॉ. चंद्रशेखर सिंह, डॉ. मयंक सिंह, डॉ. वैशाली सिंह, इफ्फत ज़कीरा, अलीशा सहित विज्ञान संकाय के सभी सदस्य उपस्थित रहे।

यह एमओयू दोनों संस्थानों के बीच दीर्घकालिक शैक्षणिक साझेदारी, नवाचार और अनुसंधान सहयोग का नया अध्याय स्थापित करता है, जो छात्रों को भविष्य की वैज्ञानिक चुनौतियों के लिए तैयार करेगा।

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