October 22, 2025

Jaunpur news सिराजुद्दीन के घर आए थे अखिलेश यादव

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इन्द्रजीत सिंह मौर्य की रिपोर्ट

सिराजुद्दीन के घर आए थे अखिलेश यादव

खट्टी मीठी यादों को अलविदा कह गए सिराज

खेतासराय, जौनपुर।
खेतासराय कस्बा निवासी सपा नेता सिराजुद्दीन सिद्दीकी
के निधन की खबर बुधवार की अपराह्न सोशल मीडिया पर जब चली तो एक बारगी किसी को विश्वास ही नहीं हुआ कि हंसता मुस्कुराता चेहरा वाला यह नौजवान अब हम लोगों के बीच कभी नहीं दिखेगा।
पहले तो किसी को इस खबर पर पूर्ण भरोसा ही नहीं हुआ, लोग उनके चाहने और जानने वालों से फोन करके खबर की हकीकत पूछने लगे। लेकिन जब समाजवादी पार्टी के ट्विटर हैंडल से पार्टी के इस कर्मठ जुझारू संघर्षशील सिपाही के निधन की खबर चली तो हर कोई मर्माहत हो गया।
48 वर्षीय सिराजुद्दीन सिद्दीकी उर्फ सिराज नेता अपने पांच भाइयों में सबसे छोटे थे। इनके पिता घिसरावन आतिशबाज के नाम से खासे प्रसिद्ध थे। खेतासराय कस्बा के गोला बाजार नुक्कड़ पर उनकी बहुत पुरानी पटाखे की दुकान थी।
सबसे बड़े भाई रियाजुद्दीन, उसके बाद निजामुद्दीन थे।
जो सऊदी अरब खाड़ी देश में रहकर वहां अपना कारोबार करते थे । तीसरे नंबर पर एकरामू थे।
चौथे भाई कयामुद्दीन आज भी अपने पूरे परिवार की गृहस्थी को मिला-जुला कर संजोए हुए हैं।
सिराजुद्दीन जब पहली बार समाजवादी पार्टी में सक्रिय सदस्य के रूप में जुड़े तो खाड़ी देश रहने वाले उनके बड़े भाई निजामुद्दीन ने छोटे भाई के हौसले को खूब मदद की।
उस दौर में लाल रंग की स्कॉर्पियो पर सपा का झंडा लगाए यह नौजवान जब निकलता था, तो उसकी गाड़ी सीधे सैफई परिवार के पास ही जाकर रुकती थी।
मुलायम परिवार के हर छोटे बड़े सदस्य के बीच इस नौजवान की अच्छी खासी पकड़ थी।
यही वजह रही कि पूर्व मुख्यमंत्री सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव सिराज को सीधे तौर पर नाम लेकर पुकारते थे।
कन्नौज सैफई और इटावा में अखिलेश के परिवार से जुड़े रिश्तेदार व अन्य लोगों के यहां जब कभी भी कोई छोटा बड़ा आयोजन होता तो सिराजुद्दीन वहां उपस्थित जरूर रहते। अखिलेश यादव जब पहली बार सांसद हुए तो जौनपुर जिले के नगर पंचायत खेतासराय के मच्छरहट्टा मोहल्ला स्थित सिराजुद्दीन के घर आये थे।
सपा सुप्रीमो का यहां आना जौनपुर ही नहीं पूर्वांचल के तमाम राजनीति के सूरमा सांसद, मंत्री और विधायक की जुबान पर चर्चा का विषय बन गया था।
सपा के कद्दावर नेता पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां, प्रतापगढ़ के पूर्व सपा सांसद सीएन सिंह से भी काफी काफी करीबी रिश्ता था।

बाक्स
शासन से मिला था सुरक्षा गार्ड
जौनपुर।
समाजवादी पार्टी की सरकार में सिराजुद्दीन को शासन स्तर से दो बार सुरक्षा गार्ड भी मिला था। जौनपुर जनपद लोकसभा सीट और सदर विधानसभा चुनाव में
समाजवादी पार्टी से उन्हें टिकट भले नही मिला लेकिन सिराजुद्दीन सिद्दीकी पार्टी के प्रदेश नेतृत्व के पास
अपनी प्रबलतम दावेदारी जरूर करते थे।
वह नगर पंचायत खेतासराय में समाजवादी पार्टी से उम्मीदवार के रूप में अध्यक्ष पद के दावेदार थे। टिकट न मिलने पर उन्होंने अपनी पत्नी श्रीमती रेशमा खातून को निर्दल चुनाव लड़ाया था ।
हालांकि इस चुनाव ने उन्हें पराजय ही मिली। लेकिन समाजवादी पार्टी के हर छोटे बड़े आयोजनों में इस नौजवान की उपस्थिति जरूर बनी रहती थी।
फिलहाल जो भी हो लेकिन नगर पंचायत खेतासराय और जिले के लोगों को इस नौजवान की याद बहुत आएगी।

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