Jaunpur news बिना मान्यता चल रहे हाईस्कूल व इंटर कॉलेजों का खुलासा, एक ही भवन में दो-दो कॉलेज

बिना मान्यता चल रहे हाईस्कूल व इंटर कॉलेजों का खुलासा, एक ही भवन में दो-दो कॉलेज
आरटीआई के माध्यम से हुआ बड़ा खुलासा
जौनपुर। सरकार लगातार बिना मान्यता के संचालित हो रहे विद्यालयों को बंद करने व उन पर सख्त कार्रवाई करने का दावा कर रही है, लेकिन जिले के बक्सा विकासखंड के मई बरपुर ग्रामसभा में इन दावों की खुलेआम धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। यहां कक्षा 5 या 8 तक की मान्यता वाले विद्यालय धड़ल्ले से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट तक की कक्षाएं संचालित कर रहे हैं। आश्चर्य की बात यह है कि एक ही भवन में दो-दो विद्यालय चलाए जा रहे हैं और बकायदे बैनर-पोस्टर लगाकर छात्र-छात्राओं का प्रवेश भी लिया जा रहा है।
आरटीआई से हुआ खुलासा
एक समाजसेवी द्वारा सूचना का अधिकार (RTI) अधिनियम के तहत मांगी गई जानकारी में इन अवैध कॉलेजों का पर्दाफाश हुआ। बक्सा के खंड शिक्षा अधिकारी से मांगी गई सूचना में सामने आया कि मई बरपुर में स्थित केडी कान्वेंट स्कूल की मान्यता केवल कक्षा 1 से 5 तक की है, जबकि यहां हाईस्कूल व इंटरमीडिएट तक की कक्षाएं चलाई जा रही हैं। यही नहीं, इसी भवन में केडी कॉन्वेंट बालिका जूनियर हाईस्कूल नाम से एक और विद्यालय संचालित है, जिसकी मान्यता केवल कक्षा 6 से 8 तक है, लेकिन इसमें भी हाईस्कूल और इंटर की कक्षाएं चलाई जा रही हैं।
इसी तरह श्री महंथराज ज्ञानोदय विद्यालय की मान्यता भी केवल कक्षा 1 से 5 तक है, लेकिन यहां भी अवैध रूप से हाईस्कूल व इंटर की कक्षाएं संचालित हो रही हैं। इन विद्यालयों में खुलेआम बोर्ड लगाकर और विज्ञापन देकर छात्रों का दाखिला लिया जा रहा है।
कागजों में मान्यता नहीं, धरातल पर इंटर कॉलेज
जिले में ऐसे कई स्कूल हैं जिनकी मान्यता सिर्फ प्राइमरी या जूनियर स्तर तक है, लेकिन वे इंटरमीडिएट कॉलेज के रूप में संचालित हो रहे हैं। यह न केवल शिक्षा के नियमों का उल्लंघन है बल्कि छात्रों के भविष्य से भी सीधा खिलवाड़ है। ऐसे विद्यालय न बोर्ड से संबद्ध हैं और न ही वहां शिक्षकों की योग्यता या आधारभूत सुविधाओं की कोई मान्यता है।
प्रशासन मौन, कार्रवाई से बचते अधिकारी
शिकायतों के बावजूद संबंधित अधिकारियों द्वारा अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि कुछ प्रभावशाली लोगों के दबाव में अधिकारी इन अवैध कॉलेजों पर कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए समाजसेवी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और जिलाधिकारी को भी पत्र भेजकर जांच और कार्रवाई की मांग की है।