Jaunpur news पहलगाम हमले के विरोध में ताहिरपुर प्राथमिक विद्यालय में मोमबत्ती जलाकर दी गई श्रद्धांजलि

पहलगाम हमले के विरोध में ताहिरपुर प्राथमिक विद्यालय में मोमबत्ती जलाकर दी गई श्रद्धांजलि
शहीदों की स्मृति में शिक्षकों और छात्रों ने किया नमन, आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
Jaunpur news सिकरारा (जौनपुर)। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले से पूरे देश में शोक और आक्रोश का माहौल है। जनपद के परिषदीय विद्यालयों में भी इस घटना को लेकर गहरी संवेदना व्यक्त की जा रही है। इसी क्रम में गुरुवार को प्राथमिक विद्यालय ताहिरपुर में शिक्षकों और विद्यार्थियों ने एकत्र होकर मोमबत्ती जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
विद्यालय के स्वामी विवेकानंद हाल में आयोजित इस श्रद्धांजलि सभा में खंड शिक्षा अधिकारी अजीत सिंह, विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अमित सिंह, अन्य शिक्षकगण व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। सभी ने मौन धारण कर शहीदों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं और देश में शांति व एकता के बनाए रखने का संकल्प लिया।
देश की एकता पर हमला: बीईओ अजीत सिंह
श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए खंड शिक्षा अधिकारी अजीत सिंह ने कहा कि आतंकवाद की ऐसी घटनाएं न केवल देश की आंतरिक सुरक्षा पर चोट करती हैं, बल्कि समाज के ताने-बाने को भी कमजोर करने का प्रयास करती हैं। उन्होंने कहा कि दोषियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा मिलनी चाहिए, ताकि समाज में एक सकारात्मक संदेश जाए। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे नफरत नहीं, बल्कि प्रेम, एकता और भाईचारे का संदेश फैलाएं।
मानवता पर कलंक है यह हमला: अमित सिंह
प्रधानाध्यापक व प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अमित सिंह ने कहा कि यह हमला केवल सैनिकों पर नहीं, बल्कि देश की आत्मा, एकता और मानवता पर हमला है। उन्होंने कहा कि मजहब के नाम पर की जा रही हत्याएं सभ्य समाज पर एक गंभीर धब्बा हैं। अमित सिंह ने सरकार से मांग की कि आतंकवाद के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए, जिससे देश के दुश्मनों को करारा जवाब मिले।
सामूहिक एकजुटता का संदेश
इस मौके पर विद्यालय के शिक्षक श्यामधर यादव, आराधना उपाध्याय, गजाला बानो, नेहा जायसवाल, मनोज जायसवाल, माधुरी सिंह, विवेक कुमार और कार्तिकेय प्रजापति सहित दर्जनों छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि देने के इस कार्यक्रम ने सभी के मन को छू लिया और देशप्रेम की भावना को प्रबल किया।
संदेश स्पष्ट है:
देश की भावी पीढ़ी आतंकवाद और नफरत की विचारधारा के विरुद्ध खड़ी है। ऐसे आयोजन न केवल संवेदना व्यक्त करने का माध्यम हैं, बल्कि सामाजिक चेतना को जागृत करने का प्रयास भी हैं।