Jaunpur news पुरातन विद्यार्थी समागम का हुआ आयोजन

तिलकधारी महाविद्यालय में पुरातन विद्यार्थी समागम का हुआ आयोजन
Jaunpur news जौनपुर। स्थानीय तिलकधारी महाविद्यालय में इतिहास विभाग के सौजन्य से पुरातन विद्यार्थियों के समागम का आयोजन रविवार को महाविद्यालय के बलरामपुर हॉल में सम्पन्न हुआ। इतिहास विभाग के विशिष्ट पुरातन छात्रों के साथ मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। महाविद्यालय की स्थापना के बाद प्रथम बार आयोजित इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर पृथ्वीश नाग, पूर्व कुलपति महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी रहे जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में श्रीप्रकाश सिंह अध्यक्ष तिलकधारी सिंह महाविद्यालय मंचासीन रहे। यह कार्यक्रम दो सत्रों में आयोजित हुआ। प्रथम सत्र में पुरा-छात्रों को स्मृति चिन्ह तथा अंगवस्त्रम प्रदान कर सम्मानित किया गया और द्वितीय सत्र में संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें विशिष्ट पुरातन छात्र और शिक्षक उपस्थित रहे। इस अवसर पर इतिहास विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर शशि सिंह ने कहा कि अपने पुरातन छात्रों को अपने बीच पाकर और उन्हें सम्मानित करते हुये इतिहास विभाग अपार हर्ष का अनुभव कर रहा है। उन्होंने पूर्व छात्रों से अपील किया कि किसी भी रूप में आपका संस्था से जुड़ा रहना महाविद्यालय के प्रगति और वर्तमान छात्रों के भविष्य के लिए एक सार्थक सहयोग होगा। पुरातन विद्यार्थी समागम के इस कार्यक्रम में इतिहास के पूर्व छात्र रहे डॉ० अनुराग सिंह असिस्टेंट प्रोफेसर, डॉ० प्रदीप मौर्य असिस्टेंट प्रोफेसर, डॉ० मधुकर तिवारी पत्रकार, डॉ० अपर्णा सिंह प्रिंसिपल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, निर्मल वर्मा जेलर चित्रकूट, विवेक ओझा संस्कृति IAS, रोहित मौर्य HDFC बैंक, नेहा चौरसिया प्रवक्ता, डॉ० सुषमा सिंह प्राचार्य, जपाकर प्रवक्ता इंटर कालेज ने अपनी स्मृतियों को भावुकता के साथ साझा किया। सभी ने तिलकधारी महाविद्यालय को पूर्वांचल क्षेत्र का गौरव बताया। इस अवसर अनेक पूर्व छात्रों ने संस्थान के हित में आर्थिक सहयोग की घोषणा किया तथा यह भी आश्वस्त किया कि उनके कार्य क्षेत्र में महाविद्यालय के किसी छात्र को कोई असुविधा नहीं होगी। पूरा आयोजन सांस्कृतिक कार्यक्रमों से भरपूर रहा। इस अवसर पर अपने विचार रखते हुये प्रोफेसर पृथ्वीश नाग जी ने कहा कि पुरातन छात्र किसी भी संस्थान की वास्तविक पूंजी होते हैं जिनकी बदौलत संस्थान शैक्षिक उन्नयन के नये कीर्तिमान स्थापित कर सकता है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्रीमान श्रीप्रकाश सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि पूर्व छात्र ही संस्थान का सही मूल्यांकन कर सकते हैं और वे वर्तमान पीढ़ी के छात्रों के लिए आदर्श हैं। कार्यक्रम का सफल संचालन इतिहास विभाग के पुरातन छात्र और सोनभद्र में प्राचार्य डॉ० अजय विक्रम सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रोफेसर अरूण कुमार सिंह, महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर समर बहादुर सिंह, प्रोफेसर चंद्रलेखा सिंह, डॉ० सरोज सिंह, डॉ० माधुरी सिंह, डॉ० हिमांशु सिंह, डॉ० राजेश सिंह की गरिमामयी उपस्थिति के साथ बड़ी संख्या में इतिहास विभाग के पुरातन विद्यार्थी मौजूद रहे।