महिला को थप्पड़ मारने वाले दरोगा विजय सिंह पर कार्रवाई की मांग तेज
जौनपुर। जलालपुर थाना क्षेत्र के मेघपुर गांव में महिला को थप्पड़ मारने वाले हल्का दरोगा विजय कुमार सिंह का वीडियो वायरल होने के बाद विरोध बढ़ता जा रहा है। त्रिलोचन बाजार के उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष अनुराग वर्मा ने सोशल मीडिया पर इस घटना की निंदा करते हुए दरोगा को भ्रष्ट बताया और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
व्यापार मंडल अध्यक्ष अनुराग वर्मा ने क्या लिखा अपने पोस्ट पर
जौनपुर। त्रिलोचन बाजार के व्यापार मंडल अध्यक्ष अनुराग वर्मा ने अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट करते हुए लिखा कि ‘जलालपुर थाने पर तैनात भ्रष्ट दरोगा विजय सिंह के द्वारा एक महिला के ऊपर थप्पड़ जडना क्या यह न्याय उचित है। जलालपुर थाने पर जब से इन दरोगा साहब का पोस्टिंग हुआ है, तब से किसी न किसी मामले को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं, और पूरे थाने की साक को इन्होंने हर तरीके से खत्म करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते।
जौनपुर जनपद के तेज तर्रार पुलिस अधीक्षक महोदय को ऐसे मनबढ दरोगा को निलंबित कर देनी चाहिए। व्यापारियों एवं क्षेत्र वासियों में इस दरोगा के कार्य शैली से भारी आक्रोश है’ इस पोस्ट के बाद विवादों से घिरे दरोगा के विरुद्ध कार्यवाही का मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ने लगा है।
दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की मांग क्यों उठ रही है?
जौनपुर। बीते बुधवार को जलालपुर थाना क्षेत्र के मेघपुर गांव में जमीन विवाद को लेकर पुलिस की कार्रवाई पर गंभीर सवाल उठे हैं। डायल 112 को सूचना मिलने पर विवाद सुलझाने के लिए पुलिस पहुंची, लेकिन मामला उलझने लगा। इसके बाद थाने से हल्का दरोगा विजय सिंह, मोहन प्रसाद और महिला सिपाहियों सहित फोर्स मौके पर पहुंची। आरोप है कि गांव में पहुंची पुलिस एकतरफा कार्रवाई की। पुलिस विवाद में शामिल पटेल पक्ष की एक महिला को पीटा और एक व्यक्ति को थाने ले जाने की कोशिश की। जब वहां मौजूद महिलाओं ने इसका विरोध किया, तो गुस्साए दरोगा विजय सिंह ने भीड़ में एक महिला को थप्पड़ मार दिया जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर पथराव कर दिया। धप्पड़ मारने का वीडियो वायरल होने के बाद से क्षेत्रीय लोगों में आक्रोश है। महिलाओं के साथ ऐसा व्यवहार करने पर दरोगा की आलोचना हो रही है। लोगों का कहना है कि पुलिस का यह रवैया न केवल अनुचित है, बल्कि कानून व्यवस्था की मर्यादा का भी उल्लंघन करता है।
स्थानीय लोगों और व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों ने प्रशासन से दरोगा के निलंबन और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है, ताकि पुलिस की छवि और लोगों का भरोसा बना रहे।