शतचंडी यज्ञ में वेदमंत्रों व रामकथा सुन श्रोता अभिभूत

शतचंडी यज्ञ में वेदमंत्रों व रामकथा सुन श्रोता अभिभूत जफराबाद।जन सहयोग से जनकल्याण के लिए सिरकोनी क्षेत्र के शिवपुर गांव के मां दुर्गा मंदिर परिसर में श्री शतचंडी महायज्ञ चल रहा है। श्री धाम अयोध्या से पधारे यज्ञ पुरुष राजेंद्रानंद महराज के सानिध्य में चल रहे इस महायज्ञ के निमित्त वेदमंत्रों से आदि गंगा गोमती का तट गुंजायमान हो उठा है। महायज्ञ में प्रतिदिन चल रही रामकथा में गुरुवार को प्रवचन करते हुए बीकानेर से पधारे शंभूनाथ महराज ने रोचक शैली में नारद मोह का प्रसंग सुनाकर श्रोताओं को अभिभूत कर दिया। उन्होंने कहा कि ईश्वर की कृपा से कामदेव को जीतने वाले ऋषिराज नारद ने इसे ईश्वर की कृपा की जगह अपना पुरुषार्थ मान बैठे। बस यही अभिमान का भाव था जिसे देखकर भगवान ने अपने भक्त नारद के मोह को दूर करने की लीला रची। उन्होंने कहा कि भगवान अपने भक्तों की हर प्रकार से रक्षा करने को विवश होते है। उन्होंने कहा कि हमें अपने जीवन में जो भी प्राप्त हुआ है उसे ईश्वर की कृपा मानकर अपने सारे कार्यों को ईश्वर को सौंप देना चाहिए। आयोजन में बड़ी संख्या में उमड़े श्रद्धालुओं ने यज्ञ मंडप की परिक्रमा कर पुण्य लाभ अर्जित किया। आयोजन में राजनाथ सिंह, जितेन्द्र सिंह बबलू, अजय सिंह, सिंहासन, समर बहादुर सिंह, मुन्ना, विनय सिंह आदि की सक्रिय भूमिका है।