उत्तर प्रदेश में स्वर्ण कला बोर्ड का गठन को लेकर स्वर्ण कला सोसाइटी के जिला अध्यक्ष ने सौंपा ज्ञापन
जौनपुर। स्वर्ण कला सोसाइटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उमेश चंद्र सोनी के निर्देश पर जौनपुर जिला अध्यक्ष पंकज दास सोनी ने स्वर्णकला बोर्ड गठन करने की मांग को लेकर एसडीएम सदर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। जिसमें बताया कि राजस्थान व मध्य प्रदेश सरकार की ओर से हस्त कला के प्रोत्साहन एवं संवर्धन के लिए विभिन्न बोर्डों का गठन किया जा रहा है। जिसमें हिन्दुस्तान की सबसे प्राचीन कलाओं में एक स्वर्ण कला का विशेष महत्व है जिसके संवर्धन के लिए भी बहुत कुछ किया जाना आवश्यक है। स्वर्णकला का कार्य अधिकतर पिछड़े वर्ग के स्वर्णकार समाज के साथ अन्य जातियों के कई महिला पुरुष मिलकर हस्तकला से जुड़कर मजदूरी करते हैं। उन समाज के लोग अल्प शिक्षित है पर कुशल कारीगर है जिससे उत्तर प्रदेश में स्वर्ण कला बोर्ड का गठन करने की मांग की। इस अवसर पर पंकज दास सोनी, हरिशंकर प्रसाद वर्मा,अजय सेठ,आदित्य सेठ सहित बड़ी संख्या में सोनी समाज के लोग मौजूद थे।
महोदय सादर आपको पत्र के माध्यम से अवगत कराते हुए करवर्ध प्रार्थना है कि जिस तरह पंजाब में स्वर्ण कला बोर्ड और अभी कुछ विगत दिनों पहले ही मध्य प्रदेश सरकार ने स्वर्ण कला बोर्ड का गठंन किया है और यूपी में माटी कला बोर्ड का गठन हुआ है उसी तर्ज पर स्वर्णकला बोर्ड का यूपी का गठन हो जिससे यहा के सोनार समाज स्वर्ण कारीगरों को इसका लाभ मिल सके क्यों की स्वर्ण कारीगरों की बहुत ही दयनीय स्थिति है क्योंकि आज सभी काम कारपोरेट जगत के हाथों में और मशीनरी काम होने लगा जो मशीनों की कीमत10से 50लाख रुपए है अब इसमें कारीगर कहा से इतनी पूजी लाए की एक मशीन 10से50लाख की खरीदेना बहुत मुश्किल है और कोई बैंक लोन भी नही देता है नही सब्सिडी मिलती है ऊपर से huid की समस्या जो हर जगह इसका सेंटर नही है और एक अदद huid होगा नहीं एक ही डिजाइन एक ही वजन के कई समान रहेगा और न आने पर होगा। इस बीच कारीगर और गांव गिराव के छोटे दुकानदार क्या करे कैसे अपनी जीविका चलाए और अपने परिवार का भरण पोषण करे मजबूरन काम छोड़ने पर मजबूर है जब की यहा भारत की स्वर्ण कला विदेशों तक मशहूर है फिर भी ये हाल है कुछ स्वर्ण कला ऐसी भी है जो सिर्फ और सिर्फ हाथो से होने के बावजूद हैंडी क्राफ्ट में स्थान नहीं मिला है और वो मृत प्राय है अगर इसपर ध्यान नहीं दिया गया तो ये कला खत्म हो सकती है इस पर ध्यान आकृष्ट करते हुए हैंडी क्राफ्ट में स्थान दिलाने की कृपा करे और स्वर्ण कला बोर्ड का गठन कर स्वर्ण कारीगरों को सब्सिडी पर लोन मिले स्वर्ण कारीगरों के बच्चो को मुफ्त शिक्षा, पूरे परिवार को मुफ्त चिकित्सा, रोडवेज बस ट्रेन में 50% सब्सिडी, 50लाख का दुर्घटना बीमा, आत्म सुरक्षा हेतु असलहा लाइसेंस प्राथमिकता, आवास हेतु सुविधा 411,412 में व्यर्थ न फसाया जाय किसी दुर्घटना, छिनैति, लूट, डकैती में मृत्यु होने पर परिवार को 50 लाख का मुआवजा एक सरकारी नौकरी, 60 वर्ष पर कारीगर पेंशन सुविधा, भारत सरकार द्वारा प्रमाणित आई डी कार्ड जिससे मालूम हो कि स्वर्ण कारीगर है और इसकी सुविधा हर जगह मिले इस अवसर पर सम्मानित सदस्य हरिशंकर प्रसाद वर्मा, अजय सेठ, संजय सेठ,शुभम सोनी ,आदित्य सेठ आदि उपस्थित रहे।
भवदीय
स्वर्णकला बोर्ड सोसायटी
उत्तर प्रदेश