Jaunpur news हजारों व्रती महिलाओं ने उगते सूर्य को अर्ध्य देकर किया व्रत पूर्ण
इन्द्रजीत सिंह मौर्य की रिपोर्ट
हजारों व्रती महिलाओं ने उगते सूर्य को अर्ध्य देकर किया व्रत पूर्ण
हर घाटों पर मनोहारी, अदभुत, आलौकिक व उत्साह पूर्ण दृश्य की छटा छायी रही
खेतासराय, गौराबादशाहपुर में महिलाओं ने छठी मइया का जमकर गीत गाया
जौनपुर।
छठ पूजा का चौथा दिन (उषा अर्घ्य) पूरी तरह से समर्पित रहा। मंगलवार की सुबह हजारों व्रती महिलाओं ने शहर के गोमती नदी के किनारे और शाहगंज, खेतासराय कस्बा स्थित फक्कड़ बाबा की कुटिया, आदर्श भारती विद्यापीठ ,मछली शहर, मडियाहू ,केराकत ,बदलापुर और मछ्लीशहर में एक साथ उगते हुए भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर अपना व्रत पूर्ण किया। हालांकि बादलों के वजह से सूर्य देव के दर्शन न हो पाने से थोड़ी निराशा भी दिखी। लेकिन
तालाब परिसर में हर घाटों पर मनोहारी, अदभुत, आलौकिक व उत्साह पूर्ण दृश्य की छटा छायी रही।
हमारे खेतासराय प्रतिनिधि के अनुसार आदर्श भारती विद्यापीठ और फक्कड़ बाबा की कुटिया स्थित तालाब के किनारे व्रती महिलाएं स्वच्छ परिधानों में मंगल गीत गाते हुए और सूप,दौरी, रक्षा,कपूर,दीप बत्ती,मिस्ठान व फल वगैरह पूजा की सामग्री लेकर वहां पर पहुंच कर उगते हुए सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया और पुत्र व पति के दीर्घायु होने तथा परिवार की संपन्नता के लिए कामना किया। महिलाओं ने छठी मइया का जमकर गीत गाया।
यहां कार्यक्रम में वीरेंद्र पाण्डेय, सुरेंद्र पाण्डेय, धर्म रक्षक मनीष गुप्ता, भाजपा मंडल अध्यक्ष उपेंद्र नाथ मिश्रा,
जगदम्बा प्रसाद पाण्डेय, सीताराम फलहारी बाबा, गजेन्द्र पाण्डेय, शांतिभूषण मिश्रा, आदर्श श्रीवास्तव, वंश श्रीवास्तव, रामजियावन सोनी, राविंश गुप्ता, श्रेयांस पाठक, अभिनव पाण्डेयस समेत आदि लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन आचार्य कृष्ण मुरारी मौर्या ने किया।
हमारे गौराबादशाहपुर प्रतिनिधि के अनुसार
गौराबादशाहपुर नगर पंचायत के गौरा डिहवा तालाब, नागा बाबा कुटी बमैला तथा दखान स्थित तालाब के साथ ही क्षेत्र के भदेवरा गांव में स्थित रामेश्वर तालाब घाट पर मंगलवार की सुबह व्रती महिलाओं ने उगते हुए भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर अपना व्रत पूर्ण किया। हालांकि बादलों के वजह से सूर्य देव के दर्शन ना हो पाने से थोड़ी निराशा भी दिखी। तालाब परिसर में हर घाटों पर मनोहारी, अदभुत, आलौकिक व उत्साह पूर्ण दृश्य की छटा छायी रही। व्रती महिलाएं स्वच्छ परिधानों में मंगल गीत गाते हुए और सूप,दौरी, रक्षा,कपूर,दीप बत्ती,मिस्ठान व फल वगैरह पूजा की सामग्री लेकर वहां पर पहुंच कर उगते हुए सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया और पुत्र व पति के दीर्घायु होने तथा परिवार की संपन्नता के लिए कामना किया। महिलाओं ने छठी मइया का जमकर गीत गाया। भगवान भास्कर की प्रतिमा का पूजन अर्चन का कार्य हुआ। इस महापर्व को देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। हर हर महादेव, छठ मइया व भगवान भास्कर की जायकारों तालाब परिसर गूंज उठा। इस दौरान समाजसेवी सत्यानंद चौबे, जयराम पाठक, बबलू चौबे, सतीश चौबे, संजय पाठक आदि उपस्थित रहे।
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लाखों लोगों की दिखी श्रद्धा
जौनपुर।
छठ पूजा कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। चार दिनों तक चलने वाले इस त्यौहार में लाखों लोगों की श्रद्धा और अटूट विश्वास दिखा है ।
हालाँकि यह दिवाली के बाद छठे दिन मनाया जाता है। इस व्रत में व्रती 36 घंटों तक निर्जला व्रत करते हुए विधि-विधान के साथ पूजा की । छठ पूजा के दौरान शुद्धता, स्वच्छता का खास ध्यान रखा जाता है। छठ पर्व के दौरान प्याज, लहसुन और मांस का सेवन नहीं करना चाहिए। व्रती को मिट्टी या फिर कांसे के बर्तनों में ही प्रसाद तैयार किया।

